सिरमौर के फार्मा उद्योगों में स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल ब्यूरो व ड्रग डिपार्टमेंट की बड़ी कार्रवाई

सिरमौर के फार्मा उद्योगों में स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल ब्यूरो व ड्रग डिपार्टमेंट की बड़ी कार्रवाई

 नशीली दवाएं मिलने के बाद हरकत में आये विभाग , दो दिनों में खंगाला 20 फार्मा यूनिटों का रिकॉर्ड


प्रवीन शर्मा - पांवटा साहिब 06-06-2021

जिला सिरमौर के पांवटा साहिब व कालाअंब क्षेत्र में हुई फार्मा कंपनियों पर छापेमारी व बरामद की गई प्रतिबंधित टैबलेट मामले के बाद संबंधित विभाग अब हरकत में आए है। स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल ( एसएनसीसी ) व ड्रग महकमा लगातार फार्मा कंपनियों पर शिकंजा कसने और ऐसे कितने अवैध कारोबार चल रहे है पर जांच करने के लिए औचक निरीक्षण कर रहा है।
 
पिछले दो दिनों की बात करें तो स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल व ड्रग डिपार्टमेंट के द्वारा बड़ी कार्रवाई अमल में लाई गई है। जिसके तहत नारकोटिक्स तथा साइकॉट्रॉपिक विभागों ने दो दर्जन के करीब फार्मा इकाइयों पर छापेमारी कर रिकॉर्ड खंगाला जा चुका है।
 
गौरतलब है कि पंजाब पुलिस द्वारा पांवटा साहिब क्षेत्र में एक फार्मा यूनिट पर छापेमारी कर लाखों की संख्या में प्रतिबंधित टैबलेट बरामद की गई थी। इस दौरान जहां कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया तो वहीं गिरफ्तारी भी की गई।
 
इसी कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए कालाअंब क्षेत्र में भी संचालित एक फार्मा यूनिट पर कार्रवाई करते हुए जहां प्रतिबंधित 30 लाख से ज्यादा टेबलेट बरामद की गई  तो वहीं फार्मा यूनिट के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है।
 
इतने बड़े  स्तर पर नशे के कारोबार का खुलासा होने के बाद संबंधित विभागों पर भी सवालिया निशान खड़े होने लगे थे। जिसके बाद अब संबंधित विभाग जहां हरकत में आए है तो वहीं छापेमारी व औचक निरीक्षण लगातार जारी है। ताकि ऐसे और फार्मा यूनिटों का भांडा फोड़ किया जा सके और बढ़ते नशे के कारोबार पर नकेल कसी जा सके।
 
 जिला सहायक दवा नियंत्रक सनी कौशल,  ड्रग इंस्पेक्टर ललित ,  भूमिका, नरेंद्र ठाकुर, रजत कुमार, व डीएसपी नारकोटिक्स ब्यूरो दिनेश शर्मा, सब इंस्पेक्टर जगदीश सिंह ने संयुक्त रूप से कालाअंब की 5 दवा कंपनियों का औचक निरीक्षण किया है।
 
निरीक्षण में फैक्ट्रियों के फिजिकल स्टॉक, तैयार माल के साथ-साथ लाइसेंस प्रोडक्ट अप्रूवल रिकॉर्ड रजिस्टर तथा सेल के अलावा मार्केटिंग बाय कंपनियों के साथ एग्रीमेंट को भी जांचा गया।  जानकारी अनुसार  टीम ने डॉक्टर ऑर्थो की निर्माता कम्पनी एसबीएस और इंड कुश बायोटेक में छानबीन की , लेकिन उद्योग एग्रीमेंट संबंधित दस्तावेज नहीं दिखाए जा सके।
 
जिसको लेकर निरीक्षण टीम के द्वारा उन्हें तीन दिन का समय दिया गया है। यदि तीन दिनों में यह रिकॉर्ड न दिखा पाए तो इन पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। वही जिला सिरमौर ड्रग डिपार्टमेंट और नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने पांवटा साहिब में भी संयुक्त कार्रवाई करते हुए करीब 15 के लगभग दवा कंपनियों का औचक निरीक्षण किया है।
 
 क्या कहते है जिला सहायक दवा नियंत्रक  
 
जिला सहायक दवा नियंत्रक सनी कौशल ने बताया कि जिला सिरमौर के औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब व पांवटा साहिब में करीब 20 फार्मा यूनिटों का औचक निरीक्षण किया गया है। यहां दस्तावेज समेत बनाई जा रही दवाइयों की भी जांच की गई है। जो ज्यादातर सही पाए गए है। इनमें तीन इकाईयों में कागजी कार्रवाई सही न होने के चलते तीन दिन का समय उन्हें दिया गया है। यदि दस्तावेज सही न पाए गए तो उद्योगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।