स्वां नदी में हो रहे अवैध खनन की जांच के लिए ऊना पहुंचा एनजीटी का पैनल  

स्वां नदी में हो रहे अवैध खनन की जांच के लिए ऊना पहुंचा एनजीटी का पैनल  
यंगवार्ता न्यूज़  - ऊना  17-06-2021
 
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला की स्वां नदी में अवैध खनन की शिकायत की जांच करने के लिए एनजीटी का पैनल आज यहां पहुंचा। पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में एनजीटी का यह पैनल नदी में हो रहे अवैध खनन की जांच कर रहा है।
 
इस दौरान खनन विभाग के सभी अधिकारी मौजूद है। एनजीटी के इस पैनल की अध्यक्षता पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस जसबीर सिंह कर रहे हैं। इस पैनल में पर्यावरण व खनन विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। जांच के बाद यह पैनल अपनी रिपोर्ट एनजीटी को सौंपेगा।
 
जिला में अवैध खनन के मामले समय -समय पर सामने आते रहे हैं। कई बार विभाग व पुलिस ने कार्रवाई भी की। आरोप यह भी लगाया जाता है कि पड़ोसी राज्यों से खनन माफिया यहां पर अवैध खनन को अंजाम देता रहा है।
 
ऐसे में अब एनजीटी के पास मामला पहुंचा तो आज ऊना पहुंचा पैनल सारे मामले की रिपोर्ट बना कर एनजीटी को सौंपेगा। इस पैनल में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड , पर्यावरण , वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालयों, केंद्रीय मृदा एवं जल संरक्षण अनुसंधान संस्थान, देहरादून , हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान शिमला के प्रतिनिधि समिति के सदस्य बनाए गए हैं।
 
पर्यावरण, वन जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के क्षेत्रीय अधिकारी ( चंडीगढ़) उसके नोडल एजेंसी होंगे। एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की तीन सदस्यीय पीठ ने अमनदीप की याचिका पर सुनवाई करते हुए 2 मार्च के इस समिति का गठन किया था।
 
अमनदीप ने अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि खनन लाइसेंस की आड़ में बालू माफिया अवैज्ञानिक ढंग से स्वां नदी से बालू व अन्य सामग्री उठाकर नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। इस मौके पर शिकायतकर्ता अमनदीप ने कहा कि और अवैज्ञानिक तरीके से किए जा रहे अवैध खनन से प्राकृतिक संपदाओं को व्यापक नुकसान पहुंच रहा है।
 
इतना ही नहीं इसके कारण सोमभद्रा नदी पर करोड़ों पर खर्च कर लगाए तट बांधों नुकसान हो रहा है, वहीं स्वां नदी के किनारे कृषि कारोबार के लिए लगाए गए नलकूपों पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है।
 
अमनदीप सिंह ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को शिकायत सौंपी थी। जिसकी जांच के लिए एनजीटी पैनल जिला में पहुंचा है। पैनल को वह सभी साइट्स दिखाई गई है जहां से अवैध खनन कर स्वां नदी को नुकसान पहुंचाया गया है।