स्वास्थ्य व शिक्षा क्षेत्र की बेहतरी के लिए बजट में उठाए गए सराहनीय कदम : एबीवीपी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 02-02-2021
पिछले कल केंद्र सरकार ने वित्तीय सालाना बजट पेश किया है। जिसमें केंद्र सरकार ने सभी वर्गों को स्पर्श करते हुए इस बजट को पेश किया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् हिमाचल प्रदेश के प्रांत मंत्री विशाल वर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि यह बजट कोरोना के पश्चात आत्मनिर्भरता के लक्ष्यपूर्ति के अनुरूप केन्द्रीय बजट है।
यह बजट आम आदमी का बजट है जिसमे मुख्यत कोरोनावायरस से उभरते हुए और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में निर्धारित बजट है।
केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य सुविधा को ध्यान में रखते हुए सालाना बजट पिछले वर्ष की तुलना में 137% अधिक है जो 2.38 लाख करोड़ रुपए है जिसमें कोरोना की vaccine के लिए अलग से 35000करोड़ रुपए की निधि निर्धारित की गई है।
इसके अलावा स्वास्थ्य बजट के अंतर्गत ही आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना को 64180करोड़ की निधि निर्धारित की गई है जो निश्चित रूप से देश प्रत्येक जनमानस के लिए हितकारी साबित होगी।
प्रदेश मंत्री ने शिक्षा क्षेत्र के बजट के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि यह बजट देश की दिशा को ध्यान में रखते हुए शिक्षा बजट को पेश किया है,
जिसमे शोध को केंद्रित रखते हुए NRF के तहत 50000 करोड़ रुपए बजट रखा गया है जो देश में शोध के क्षेत्र और आत्मनिर्भर भारत की ओर एक सकारात्मकता भरी पहल है।
साथ ही साथ जनजातीय छात्रों को ध्यान में रखते हुए देश भर के जनजातीय क्षेत्रों में 750 एकलव्य विद्यालय खोले जाएंगे जो देश के प्रत्येक छात्र को शिक्षा से जोड़ने का कार्य करेगी और देश के विभिन्न स्थानों में 100 सैनिक स्कूल खोलने का निर्णय भी स्वागत योग्य है।
लेह लद्दाख में केंद्रीय विश्ववद्यालय खोलने का निर्णय भी स्वागत योग्य है जो दुर्गम क्षेत्रों के छात्रों को लाभदायक साबित होगा।
केंद्र सरकार द्वारा पेश किया गया बजट सराहनीय है तथा सर्वस्पर्शी है या दूसरे शब्दो में कहे तो आम आदमी का बजट है और शिक्षा के क्षेत्र में पेश किया गया।
93200 करोड़ का बजट शिक्षा के नए आयाम स्थापित करेगा और छात्रवृति कि दृष्टि से सभी छात्रों को शिक्षा देने का कार्य करेगा जो की वित्तीय वर्ष 2019-20 (जीडीपी) का 0.5% अधिक है।
यह बजट शोध के क्षेत्र में भी देश में नए आयाम स्थापित करेगा और आत्मनिर्भर भारत को सुदृढ़ करेगा। कोरोना महामारी से निपटने के लिए जो कदम बजट के माध्यम से उठाए गए हैं उसका भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्वागत करती है।