हाटी मुद्दे पर जनता को किया जा रहा भ्रमित, युवा मोर्च ने स्पष्ट की स्थिति
सिरमौर में गिरीपार क्षेत्र को जनजातिय दर्जा मिल गया है,जिसको लेकर जनता में ख़ुशी कि लहर है, हालांकि इस पर नेताओं के बयान लगातार सामने आ रहे है तो वहीं विपक्ष भी भाजपा को आड़े हाथों ले रहा
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 20-09-2022
सिरमौर में गिरीपार क्षेत्र को जनजातिय दर्जा मिल गया है,जिसको लेकर जनता में ख़ुशी कि लहर है, हालांकि इस पर नेताओं के बयान लगातार सामने आ रहे है तो वहीं विपक्ष भी भाजपा को आड़े हाथों ले रहा है।
बता दे कि युवा मोर्चा भाजपा पावंटा साहिब से चरणजीत चौधरी ने बताया कि कुछ पंचायतों को हाटी जनजाति दर्जे के बारे में उक्त नेता अलग अलग किस्म की दलीलें दे रहे हैं,जो तथ्यों से परे है।
उनका कहना है कि गिरीपार क्षेत्र कि जिन पंचायतों की ओर उक्त नेता इशारा इंगित कर रहे हैं वह,हाटी यानी किसी जनजाति के मापदंडों को पूरा नहीं करते हैं, और ना ही इन पंचायतों द्वारा जनजातीय घोषित किए जाने वाले कोई अपनी ओर से सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखा है।
चरणजीत ने बताया कि यह बुनियादी फर्क वोटों के लिए राजनीति करने वाले व्यक्तियों की समझ से बहुत दूर है। ऐसे में यह कथन पूर्ण पूर्णतया भ्रमित करने वाला ही नहीं अपितु पूर्णतया असत्य है।
जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि गिरीपार की जिन 11 पंचायतों को हाटी जनजाति के नाम से दर्जा मिला है वह अपने 5 मापदंडों के आधार पर हाटी बनाए गए हैं। शेष गिरीपार की पंचायत उन मापदंडों को पूरा नहीं करती हैं परंतु, क्षेत्र को जब शेड्यूल एरिया बनाया जाएगा तो उसमें शेष पंचायते भी लाभान्वित होंगी।
बताया जा रहा है कि मानपुर देवड़ा, गोरखुवाला, पूरूवाला,सालवाला, कंडेला,सिंहपुरा,भंगानी, खोदरी माजरी आदि हैं जिन्हें केंद्र और राज्य सरकार से क्षेत्र की उन्नति के लिए अतिरिक्त बजट उपलब्ध होगा।
जोकि इस क्षेत्र की सभी पंचायतों की जनसंख्या के अनुरूप 31000रू पर हेड के हिसाब से होगा।युवा मोर्चा ने सभी राजनेताओं से अपील कि है कि हाटी मुद्दे पर लोगों में अवधारणा पैदा ना करें।