यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 26-07-2022
हिमाचल प्रदेश की पांच प्रमुख नदियों का जल्द जीर्णोद्धार होगा। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से स्वीकृति मिल गई है।
शीघ्र ही इसे संबंधित राज्य वन विभाग हिमाचल प्रदेश (ब्यास, चिनाब, रावी, सतलुज) , जम्मू और कश्मीर ( झेलम, रावी, चिनाब ) व पंजाब ( ब्यास, रावी, सतलुज ) द्वारा कार्यान्वित की जाएंगी। इनके जीर्णोद्धार के लिए पौधारोपण माडल, मृदा एवं जल संरक्षण उपाय सुझाए गए हैं।
यह जानकारी हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान शिमला के प्रभारी निदेशक डा.संदीप शर्मा ने राष्ट्रीय युवा पर्यावरण संसद दल को दी। दल ने पर्यावरण एवं वनों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर संस्थान के विज्ञानियों , अधिकारियों सहित स्थानीय समुदाय विशेषकर युवाओं के साथ चर्चा की।
दल ने दौरे के दौरान संस्थान में चल रहे अनुसंधान कार्यों, पर्यावरण एवं वनों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विज्ञानियों के साथ चर्चा की। डा. संदीप शर्मा ने उन्हें बताया कि संस्थान ने सिंधु बेसिन की पांच प्रमुख नदियों के जीर्णोद्धार के लिए डीपीआर तैयार की है।
पर्यावरण संसद के सदस्यों ने शिमला कैचमेंट एवं नारकंडा क्षेत्र का दौरा भी किया। पर्यावरण दल ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ब्योलिया के विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण पर जागरूक किया। इसके बाद पौधारोपण किया। दल के समन्वयक संदीप बलयान ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता फैलाना है।