हिमाचल में अब मनरेगा के बजट से स्मार्ट बनेंगे ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 20-05-2021
हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे सरकारी स्कूलों में अब बच्चे पुराने ब्लैक बोर्ड नहीं, बल्कि आधुनिक स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ाई करेंगे। प्राइमरी स्तर के इन बच्चों को बेहतर स्मार्ट क्लास रूम उपलब्ध करवाया जाएगा।
इतना ही नहीं, स्कूल में बच्चों को खेलकूद गतिविधियों के लिए मैदान भी उपलब्ध होगा। स्कूल में दूसरी सुविधाएं भी जुटाई जाएंगी। स्कूलों में आधुनिक सुविधाओं के लिए मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन आदि से बजट खर्च किया जाएगा।
यह पहली बार है कि मनरेगा का बजट शिक्षा पर खर्च हो रहा है। इससे पहले मनरेगा का बजट अन्य विकास कार्यों पर ही खर्च होता था। मनरेगा के तहत अब मॉडल स्कूल भी तैयार होंगे।
कुल्लू जिले में इस तरह के दस मॉडल स्कूल बनने हैं, जबकि प्रदेश स्तर पर भी हर खंड में इस तरह के मॉडल स्कूल बनाए जाएंगे। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे स्कूलों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के बाद इन्हें मॉडल स्कूल बनाया जाएगा।
हर ब्लॉक स्तर पर दो स्कूलों का चयन किया जाएगा, जिन्हें आदर्श विद्यालय (मॉडल स्कूल) बनाया जाएगा। इसके लिए बाकायदा ग्रामीण विकास विभाग ने सभी खंड विकास अधिकारियों को अधिसूचना जारी की है।
इसमें उन्हें अपने विकास खंड में दो प्राइमरी स्कूलों का चयन करने को कहा गया है। स्कूल चयनित करने के बाद वित्तीय वर्ष 2021-22 में यहां सभी आधुनिक सुविधाएं जुटाई जाएंगी।
इसमें स्कूल में मरम्मत, नवीनीकरण और रखरखाव का कार्य, बाउंडरी वॉल, शौचालय की सुविधा, छात्र व छात्राओं को अलग-अलग, वर्षा जल संग्रहण ढांचा, किचन शेड, डस्टबिन और कंपोजिट पिट, ड्रेन आदि की भी सुविधा रहेगी।
खंड विकास अधिकारी कुल्लू जयवंती ठाकुर ने कहा कि ब्लॉक स्तर पर मॉडल स्कूल के दो प्राइमरी स्कूल चयनित करने के आदेश मिले हैं। प्राइमरी स्कूल थरास और शमशी स्कूल को चिह्नित किया गया है।