यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 04-07-2022
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश और तूफान ने कहर बरपाया है। सराज घाटी में रविवार देर रात हुई मूसलाधार बारिश ने तबाही मचाई है। अंधड़ चलने से क्षेत्र के अधिकांश इलाकों में 12 घंटे तक बिजली बाधित रही। केयोलीधार और मुरहाग गांव में 12 वाहन भूस्खलन की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
जेसीबी और स्थानीय लोगों की मदद से मलबे में फंसे वाहनों को निकाला गया। 27 संपर्क मार्गों पर यातायात देर शाम तक प्रभावित रहा। उधर, रात 2:00 बजे बाधित विद्युत आपूर्ति 12 घंटे के बाद सोमवार दोपहर 2:00 बजे तक बहाल हो सकी। बिजली न होने से पेयजल योजनाओं में पंपिंग नहीं हो पाई।
इस कारण पेयजल सप्लाई भी प्रभावित रही। सरकारी कर्मचारियों समेत स्कूली विद्यार्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। भारी बारिश से नकदी फसलें भी प्रभावित हुई हैं। उधर, एसडीएम पारस अग्रवाल ने कहा कि करीब दो करोड़ के नुकसान का अनुमान है। राजस्व विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है।
वाहन मालिक कश्मीर सिंह, अनु, पवन कुमार, नरेंद्र कुमार, राजू, अशोक कुमार आदि ने बताया कि कयोलीधार में नाले के पास वाहन खड़े किए थे। भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में उनकी गाड़ियां मलबे में फंस गईं।
विद्युत बोर्ड के सहायक अभियंता जंजैहली नरेंद्र ठाकुर ने बताया कि रविवार रात को आसमानी बिजली से गोहर, थुनाग 33केवी की मुख्य लाइन में खराबी आ गई। इससे अधिकांश इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। बिजली 12 घंटे बाद सोमवार दोपहर 2:00 बजे बहाल हो सकी है।
कनिष्ठ अभियंता लोनिवि जंजैहली बलबीर ठाकुर ने बताया कि तेज बारिश और भूस्खलन के कारण सराज उपमंडल की 27 सड़कें अवरुद्ध हुई हैं। सभी सड़कों को बहाल कर दिया गया है। केयोलीधार और मुरहाग में 12 वाहन मलबे में फंसे थे, जिन्हें निकाल लिया गया है।