हिमाचल में बनेगा नया राजनीतिक दल , डूबता हुआ जहाज है कांग्रेस : विजय सिंह मनकोटिया
यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 03-10-2021
पंजाब की घटना का असर हिमाचल समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में पड़ेगा। कैप्टन ने कांग्रेस से असंतुष्ट अन्य नेताओं के साथ मिलकर नई पार्टी बनाने की बात की है।
यह बात धर्मशाला में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस डूबता हुआ जहाज है। उन्होंने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक ईमानदार व कर्मठ नेता बताया।
उनके कांग्रेस छोड़ने के बयान से हलचल है। प्रदेश में उपचुनाव है और 2022 में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में लगता है कि वर्तमान में कांग्रेस पूरी तरह से अपने पतन की ओर है।
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री ने टीएमसी का दामन थामा है, अन्य जगह भी ऐसा ही चल रहा है। ऐसे में देश में कांग्रेस दोफाड़ होने का खतरा बन गया है। प्रदेश में भी कांग्रेस इसका खामियाजा भुगतेगी।
कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में भी बंटी हुई है। मनकोटिया धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में एक चिट्ठी भी शेयर की है, जो फतेहपुर विधानसभा के लोगों ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित उन्हें भी भेजी है।
मनकोटिया ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले ही कहा था कि नवजोत सिंह सिद्धू एक देशद्रोही है। सिद्धू के कारण पंजाब ही नहीं बल्कि पूरे देश व हिमाचल को भी सिक्योरिटी थ्रेट है।
पाकिस्तान व चाइना सिद्धू का प्रयोग करके देश में खलबली मचाना चाहते हैं। राष्ट्र स्तर पर इस समस्या का समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा वह भी एक पूर्व फौजी हैं और सभी पूर्व फौजी कैप्टन अमरिंदर सिंह का समर्थन करते हैं उन्हें सपोर्ट करते हैं।
मेजर मनकोटिया ने कहा कि फतेहपुर विधानसभा के कुछ नेताओं ने उनके घर पर एक पत्र भेजा है, जिसे उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी व पार्टी के प्रदेश प्रभारी को भी भेजा है।
उन्होंने पत्र का जिक्र करते हुए बताया कि इस पत्र में बताया गया है कि कांगड़ा जिला के 15 विधानसभा क्षेत्रों में से 13 सीटों पर परिवारवाद ही है। पहले पिता विधायक थे अब उनके बेटे विधायक हैं व बनने की तैयारी में हैं, जबकि कार्यकर्ताओं को वो मान सम्मान नहीं मिला, जिसके वह हकदार हैं।
कैप्टन के इस्तीफे से उत्पन्न घटनाक्रम अच्छा संकेत नहीं है। 10-15 दिनों में कैप्टन पार्टी की घोषणा करेंगे। मनकोटिया ने कहा कि मैं अभी मैदान में हूं। भाजपा में जाने का कोई विचार नहीं है। अलग पार्टी बनाने का विकल्प तलाश रहे हैं। इसके लिए कुछ विधायक व पूर्व विधायक व अन्य लोग उनके संपर्क में हैं।