हिमाचल में मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम की दस्तक, आइजीएमसी में 18 बच्चे भर्ती 

हिमाचल में मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम की दस्तक, आइजीएमसी में 18 बच्चे भर्ती 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  24-06-2021

कोरोना वायरस और ब्लैक फंगस के बीच अब मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम संक्रमण भी हिमाचल में दस्तक दे चुका है। आईजीएमसी में अब तक इसके 18 बच्चे एडमिट हाे चुके हैं। सभी बच्चे आईजीएमसी के पेडियाट्रिक डिपार्टमेंट में एडमिट किए गए हैं। 

राेजाना इस संक्रमण के केस आईजीएमसी पहुंच रहे हैं। चिकित्सक इन बच्चाें पर लगातार निगरानी बनाए हुए है। बार-बार इनकी सैंपलिंग की जा रही है कि संक्रमण किस तरह से बढ़ रहा है। ये संक्रमण बच्चों में ही फैल रहा है और इसकी चपेट में वाे बच्चे आ रहे हैं जाे पहले काेराेना पाॅजिटिव हाे चुके हैं। 

सभी बच्चे कोरोना संक्रमण होने के चार से छह सप्ताह बाद बच्चे इस बीमारी से संक्रमित हाे रहे हैं। बच्चे के संक्रमित हाेने के बाद यह उनके हार्ट, गुर्दे और लीवर को प्रभावित कर रहा है। आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डाॅ. राहुल गुप्ता ने इसकी पुष्टि की है। 

मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम उन्हीं बच्चाें काे अपनी चपेट में ले रहा है जिन्हें पहले भी काेविड हाे चुका है। आईजीएमसी में एडमिट इन 18 बच्चाें में एेसे बच्चे भी हैं जिन्हें काेविड के लक्षण आए  थे, मगर परिजनाें ने टेस्ट नहीं करवाया। ऐसे में वह भी संक्रमित हुए थे। 

आईजीएमसी में जब परिजनाें से बच्चाें की हिस्ट्री पूछी गई ताे उन्हाेंने इसके बारे में बताया। हालांकि किसी एक एरिया से यह बच्चे नहीं आए  हैं, अगल-अलग क्षेत्राें से इन बच्चाें काे रेफर किया गया है। मगर मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम की पुष्टि आईजीएमसी में टेस्ट के बाद ही हुई है।

मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम बच्चों में लगातार बुखार आ  रहा है। इसमें आंखें लाल होना, शरीर में चकत्ते निकलना, चेहरे पर सूजन होना, होठों पर सूजन, हाथों की उंगलियों में सूजन, पेट में दर्द होना और सांस लेने में तकलीफ इसके मुख्य लक्षण है। यह शरीर के अंदर भी हार्ट, लीवर, गुर्दे काे बूरी तरह से प्रभावित करता है। 

ऐसे में अगर किसी भी बच्चे में इस तरह के लक्षण दिखाई दें ताे उसे तुरंत चिकित्सकाें के पास दिखाएं, क्याेंकि इस बीमारी से बच्चाें काे बचाने का एक ही उपाय है कि उन्हें समय पर अस्पताल ले जाएं। 

चिकित्सकाें के अनुसार यह कहना मुश्किल है कि मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम कितना खतरनाक है, लेकिन यह बच्चों को बुरी तरह से प्रभावित करता है। बच्चों के हृदय, गुर्दे और लीवर तक में सूजन हाे रही है और उसे रिकवर हाेने में कई सप्ताह लग रहे हैं।