हिमाचल में स्क्रब टायफस की दस्तक, आईजीएमसी में आए चार मामले
बरसात शुरू होते ही राजधानी शिमला में स्क्रब टायफस के मामले सामने आना शुरू हो गए हैं। शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में स्क्रब टाइफस के चार मामले आए हैं। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनक राज ने बताया कि स्क्रब टाइफस के चार पॉजिटिव मामले आए हैं।
मरीजों का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बरसात के मौसम में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा की रोगी को तेज बुखार आता है जो 100 से 102 डिग्री तक जा सकता है।
जोड़ों में दर्द और कंपकंपी के साथ बुखार आना।, शरीर में अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना , अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू के नीचे, कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना आदि लक्षण होते है। उन्होंने लोगों को शरीर की सफाई का ध्यान रखने ,घर के चारों ओर घास, खरपतवार नहीं उगने दें , घर और आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें और घर और आसपास के वातावरण को साफ रखें।
यह रोग एक जीवाणु रिकेटशिया से संक्रमित पिस्सू (माइट) के काटने से फैलता है। यह खेतों, झाड़ियों और घास में रहने वाले चूहों में पनपता है। यह जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है और स्क्रब टाइफस बुखार पैदा करता है।