हिमालयन क्वीन की राह का रोड़ा बना किसान आंदोलन , शुरू नहीं हो पाई टॉय ट्रैन 

हिमालयन क्वीन की राह का रोड़ा बना किसान आंदोलन , शुरू नहीं हो पाई टॉय ट्रैन 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   15-10-2020
 
कालका-शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर 7 महीने बाद टॉय ट्रेन का संचालन शुरू करने की तैयारियों पर फिलहाल विराम लग गया है। हरियाणा और पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन के चलते हिमालयन क्वीन का संचालन शुरू करने पर संशय पैदा हो गया है।
 
रेलवे ने 15 अक्तूबर से कालका शताब्दी चलाने का फैसला लिया था, लेकिन हरियाणा के धूलकोट और पंजाब के लालड़ू गगर में किसान आंदोलन के चलते किसानों के पटरियों पर बैठ जाने के कारण कालका शताब्दी का संचालन मुश्किल हो गया है।
 
रेलवे के अंबाला मंडल ने कालका शताब्दी शुरू होने के बाद यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कालका से शिमला के लिए हिमालयन क्वीन को बतौर कनेक्टिंग ट्रेन शुरू करने की तैयारी की थी, लेकिन अब जबकि कालका शताब्दी के चलने पर ही संशय है तो हिमालयन क्वीन का संचालन फिलहाल टल गया है। कालका शिमला हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर पिछले 7 महीने से ट्रेनों का संचालन बंद है।
 
हिमाचल के बॉर्डर खुलने के बाद भारी संख्या में सैलानी शिमला का रुख कर रहे हैं। ऐसे में सैलानियों की सुविधा के लिए उत्तर रेलवे कालका शिमला सेक्शन पर हिमालयन क्वीन गाड़ी का संचालन शुरू करने की तैयारी कर रहा था। शताब्दी ट्रेन के दिल्ली से कालका पहुंचने के बाद शिमला आने वाले सैलानियों की सुविधा के लिए दोपहर 12 :10 बजे हिमालयन क्वीन के संचालन की योजना थी।
 
रेल मंडल कार्यालय अंबाला का कहना है कि फिलहाल किसान आंदोलन के चलते कालका शताब्दी के संचालन पर संशय बना हुआ है। किसान यदि पटरियों से उठ जाते हैं और शताब्दी का संचालन शुरू हो जाता है, तो उसके बाद कालका से शिमला के लिए हिमालयन क्वीन का संचालन शुरू करने की रेल मुख्यालय से अनुमति मांगी जाएगी।