हर सप्ताह पांवटा आये मुख्यमंत्री , कम से कम सफाई तो होगी , नही तो पूछने वाला कोई नही
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पांवटा साहिब पंहुच रहे हैं, वर्षों से बदहाली के आंसू बहा रही सड़कों के भारी भरकम गड्ढे अब नेताओं के निर्देशों पर भरे जा रहे हैं,हालांकि इससे पहले सिर्फ काम हो रहा है यही बात सुर्खियों में रहती है।
रेत व मिट्टी से भरे जा रहे सड़कों के गड्ढे , सीएम साहब सब दिखावा है
यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 31-01-2022
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पांवटा साहिब पंहुच रहे हैं, वर्षों से बदहाली के आंसू बहा रही सड़कों के भारी भरकम गड्ढे अब नेताओं के निर्देशों पर भरे जा रहे हैं,हालांकि इससे पहले सिर्फ काम हो रहा है यही बात सुर्खियों में रहती है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर आज पांवटा भाजपा मंडल मिलन समारोह में पहुंचे और जहां डीसी सिरमौर सहित ऊर्जा मंत्री के आदेशों के मुताबिक वर्षों से सड़कों पर बने भारी-भरकम जख्मों पर अब मरहम लगाया गया।
अब सवाल यह है कि आखिर जो वर्षो से चली आ रही रीत मंत्रियों व नेताओं के द्वारा बनाई गई है, वही रीत आज भी निभाई जा रही है कि जब भी मुख्यमंत्री पांवटा साहिब के दौरे पर आएंगे तब ही सड़कों को दुरूस्त किया जाएगा , नही तो लोग बरसात के मौसम में परेशान हो रहे हैं, सड़क हादसे हो रहे हैं तब किसी नेता की चुप्पी नही टूटती है।
सवाल यह भी है कि आखिर तब ही क्यों सड़कों के गड्ढे भरें जाते हैं और यदि भरे भी जा रहे हैं तो क्या परमानेंट काम नही हो सकता रेत , बजरी व मिट्टी ही क्यों ? क्या तब ही सड़कों के गड्ढे नजर आते हैं , उससे पहले क्यों नही ? आखिर क्यों तब ही पांवटा शहर को चमकाया जाता है।
सड़कों पर बने गड्डों की दुर्दशा किसी से भी छुपी नही है, काम तो किया जा रहा लेकिन सिर्फ रेत , बजरी , मिट्टी से , कहि न कहीं जब यही सवाल ऊर्जा मंत्री से पूछा जाता था,तब आश्वासन मात्र ही दिया जाता था।
गौर हो कि मुख्यमंत्री निजी पैलेस में मंडल मिलन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और एक दिन पांवटा में ही ठहरेंगे, इस दौरन ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी भी साथ रहेंगे।
इस बाबत जब स्थानीय निवासी गुरविंदर सिंह गोपी, हरदेव सिंह, इंद्रजीत सिंह मिक्का व अन्य से पूछा गया तो उनका यह कहना है कि किसी को तो भनक ही नही सीएम भी पांवटा साहिब आ रहे हैं और जिस तरह से पांवटा की सुंदरता को चार चांद लगाए जा रहे है, तो उन्होंने यह आग्रह किया कि यदि इसी तरह की सफाई की जाती है तो मुख्यमंत्री यहां हर सप्ताह आये। गोपी का कहना है कि मुख्यमंत्री के हर सप्ताह आने से कम से कम पांवटा की सफाई तो होगी, नही तो पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में गंदगी का आलम रहता है, तब कोई भी झाड़ू नही उठाता।
उन्होंने यह भी कहा है कि यह रीत बनाई गई है कि जब भी मुख्यमंत्री यहां आएंगे तब झाड़ू उठाया जाएगा,तब ही सड़कों की खस्ताहाल को दुरूस्त किया जाएगा ,प्रशासन व विभाग मुख्यमंत्री के आते ही अलर्ट ही अलर्ट हो जाते हैं,तो देखने व पूछने वाला कोई नही है।