हरिद्वार में खनन चुगान की आड़ में चल रहा है अवैध खनन
हरिद्वार में बिशनपुर कुंडी भोगपुर में खनन चुगान की आड़ में अवैध खनन का धंधा जोरों से चल रहा है और प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है।
सन्नी वर्मा - हरिद्वार 18-12-2021
हरिद्वार में बिशनपुर कुंडी भोगपुर में खनन चुगान की आड़ में अवैध खनन का धंधा जोरों से चल रहा है और प्रशासन चुप्पी साधे बैठा है। बिशनपुर कुंडी व भोगपुर में सरकारी निगम के पट्ठे खुलने के उपरांत भी अवैध खनन प्रशासन की मिलीभगत से जोरों से चल रहा है क्रेशर मालिकों का भी इस अवैध खनन में पूरा हाथ है सरकारी निगम के पट्टओ से क्रेशर मालिक खनन की सामग्री नहीं ले रहे हैं।
क्रेशर मालिकों को सस्ते दामों पर बुग्गी द्वारा उन्हें 20 रूपये आरबीएम और 25 रुपए खनन ₹25 कुंटल पत्थर खनन की सामग्री मिल रही है और अवैध खनन वाले भी डंपर के द्वारा ₹35 के हिसाब से मिल रहा हो तो वह सरकारी निगम के पट्टओ से खनन सामग्री क्यों ले क्रशर के सामने सैकड़ों बोगियां कतार बनाए अवैध खनन ले जाते हुए दिखाई देती हैं।
सरकारी निगम के पट्टे से क्रेशर मालिकों को ₹30 रॉयल्टी और ₹10 ट्रैक्टर ट्राली का खर्चा लगा कर आरबीएम ₹40 लगभग पड़ता है जिस कारण सरकारी निगम के पट्टे से कोई भी क्रेशर मालिक आरबीएम नहीं खरीद रहा है जिससे सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है।
ट्रैक्टर ट्राली वालों ने अवैध खनन को लेकर क्रेशर मालिकों का विरोध भी किया उनका कहना है कि सरकार ने क्रेशर वालों को एनओसी सरकारी निगम के पट्टे से आरबीएम खरीदने के लिए दी थी परंतु क्रेशर मालिक ऐसा नहीं कर रहे हैं।
क्रेशर मालिकों को जब खनन सामग्री ₹40 में या उससे कम बोगियों द्वारा खनन सामग्री मिल रही हो तो वह सरकारी निगम के पट्टओ से खनन माल क्यों ख़रीदे।