अब सिरमौर के किसानों को मिलेगी मौसम की सटीक जानकारी , धौला कुआं में शुरू हुआ स्वचालित मौसम केंद्र

अब जिला सिरमौर के लोगों को मौसम के पूर्वानुमान की सटीक जानकारी उपलब्ध होगी।

अब सिरमौर के किसानों को मिलेगी मौसम की सटीक जानकारी , धौला कुआं में शुरू हुआ स्वचालित मौसम केंद्र

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन  27-11-2021

अब जिला सिरमौर के लोगों को मौसम के पूर्वानुमान की सटीक जानकारी उपलब्ध होगी। जिला के धौलाकुआं में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में अत्याधुनिक स्वचालित मौसम केंद्र अधिकारिक रूप से शुरू हो गया है।

इस मौसम केंद्र के शुरू होने से किसानों को मौसम की सटीक जानकारी मिलेगी। इससे किसानों को बीज की बोआई सहित अन्य काम करने के लिए मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी मिल सकेगी।

कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किसानों के ग्रुप बनाए गए हैं। इन ग्रुप में किसानों को मौसम के अनुसार खेती से संबंधित जानकारी विशेषज्ञों द्वारा प्रदान की जाती है।

जिले में अधिकतम व न्यूनतम तापमान, तीन मीटर से 10 मीटर ऊंचाई पर हवा की गति व हवा की दिशा, हवा में नमी की मात्रा, सूर्य की चमक, वर्षा की मात्रा मृदा में 10 सेमी, 30 सेमी, 70 सेमी और 100 सेमी गहराई तक नमी व तापमान का पता चलेगा।

इस अत्याधुनिक स्वचालित मौसम केंद्र की स्थापना भारतीय मौसम विज्ञान विभाग और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के सहयोग से की गई है।

 कृषि विज्ञान केंद्र के परियोजना प्रभारी अधिकारी डा. सुखदेव सिंह  पटियाल ने बताया कि वेधशाला की स्थापना से अब किसानों को जो मौसम पूर्वानुमान दिया जा रहा है, उसमें और ज्यादा पारंगतता आएगी।

कृषि को और आसान व लाभदायक बनाया जा सकेगा। इस अत्याधुनिक मौसम वेधशाला से कृषि क्षेत्र में उपयोग की जाने वाली क्रियाएं जैसे खेत की तैयारी, बिजाई, सिंचाई , खादों का छिड़काव, खरपतवार नाशक व कीटनाशकों का छिड़काव आदि क्रियाओं के प्रयोग के उपयुक्त समय के बारे में बता सकते हैं, जिससे मौसम परिवर्तन से होने वाले फसलों पर विपरीत प्रभाव को कम करके फसल उत्पादन व उत्पादकता को बढ़ाया जा सकेगा।

केंद्र के मौसम इकाई के विषय वस्तु विशेषज्ञ भीम पारीक ने बताया कि इस अत्याधुनिक स्वचालित मौसम वेधशाला से किसानों को फसल उत्पादन, फल उत्पादन, सब्जी उत्पादन व पशुपालन में महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद मिलेगी। इस वेधशाला से प्रत्येक 15 मिनट में हो रहे मौसम परिवर्तन की जानकारी मिलेगी।

इस परियोजना के अंतर्गत जिले के विभाजित छह ब्लाक के किसानों को केंद्र द्वारा प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को पांच दिनों के लिए जारी होने वाले मौसम पूर्वानुमान पर आधारित कृषि सलाह मोबाइल पर संदेश व इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रदान की जा रही है।