यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 10-07-2021
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अरविंद केजरीवाल रविवार को उत्तराखंड दौरे पर रहेंगे। यह उत्तराखंड में अरविंद केजरीवाल का पहला दौरा है।
इस दौरे के मद्देनजर आप कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि उत्तराखंड खुद बिजली बनाता है, दूसरे राज्यों को बेचता भी है। फिर उत्तराखंड के लोगों को इतनी महंगी बिजली क्यों दी जाती है।
दिल्ली अपनी बिजली नहीं बनाता, दूसरे राज्यों से खरीदता है। फिर भी दिल्ली में बिजली फ्री है। क्या उत्तराखंड वासियों को फ्री बिजली नहीं मिलनी चाहिए? कल देहरादून में मिलते हैं। वहीं उत्तराखंड में राजनीतिक जमीन तलाश रही आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को रामनगर से युवा संवाद कार्यक्रम का बिगुल बजा दिया है।
कार्यक्रम में कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड का विकास किया जाएगा। वरिष्ठ नेता कोठियाल ने युवाओं के सवालों के जवाब भी दिए।काशीपुर रोड स्थित रिजॉर्ट में युवा संवाद कार्यक्रम में कर्नल कोठियाल ने कहा कि पिछली सरकारों ने उत्तराखंड की अनदेखी की है। प्रदेश से पलायन रोकने के लिए रोजगार के साधन बढ़ाने होंगे, तभी इस पर अंकुश लग सकता है। पर्यटन को बढ़ावा देकर युवाओं को रोजगार से जोड़ा जा सकता है।
प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ रही है। चुनाव के करीब आते ही प्रदेश सरकार 20 हजार पदों पर नौकरी देने की बात कह रही है। यह फैसला तीन साल पहले लिया गया होता तो कई युवा अब तक नियुक्ति पा लेते। स्वास्थ्य के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक से लोगों को काफी राहत मिली है।
विद्यालयों की दशा और दिशा बदलने से शिक्षा के स्तर में सुधार हुआ है। दिल्ली की तरह उत्तराखंड का विकास भी किया जा सकता है। इस मौके पर शिशुपाल सिंह रावत, दीपक बाली, यूनिस चौधरी, अजय अग्रवाल, नवीन नैथानी, जुल्फिकार आदि मौजूद रहे। युवा संवाद कार्यक्रम में कर्नल कोठियाल ने युवाओं के सवालों के जवाब भी दिए।
उत्तराखंड में बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी, पलायन के संबंध में बेहतर योजना बनाकर कार्य करने की बात कही। विकास के सवाल पर उन्होंने कहा कि केजरीवाल के गुड गवर्नेंस मॉडल को उत्तराखंड में प्रयोग करने की जरूरत है। कार्यक्रम में रामनगर, पीरूमदारा, मालधन क्षेत्र के युवाओं एवं आप कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इनमें अधिकतर यूथ फाउंडेशन के युवा थे।