डिजिटल इंडिया : परीक्षायों के बाद अब छात्रों को ऑनलाइन मिलेगा रिजल्ट ....

डिजिटल इंडिया : परीक्षायों के बाद अब छात्रों को ऑनलाइन मिलेगा रिजल्ट ....

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   25-12-2020

ऑनलाइन परीक्षा के बाद अब छात्रों को मोबाइल पर ऑनलाइन रिजल्ट मिलेगा। समग्र शिक्षा विभाग ने इसको लेकर व्यवस्था कर दी है। बताया जा रहा है कि इससे अभिभावकों को अपने बच्चों की प्रोग्रेस रिपोर्ट के आकलन करने में भी आसानी हो जाएगी। 

राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की हाल ही में हुई सेकेंड टर्म की परीक्षा का रिजल्ट इस बार ई-संवाद ऐप और एसएमएस के जरिए भी अभिभावकों को मिलेगा। 

इन दिनों स्कूलों में पहली से 12वीं कक्षा की ऑनलाइन परीक्षाओं का रिजल्ट तैयार किया जा रहा है। हालांकि हर घर पाठशाला की वेबसाइट पर ही यह रिजल्ट अपलोड किया जाएगा, लेकिन शिक्षा विभाग इस बार बच्चों के अभिभावकों को ई-सवांद ऐप पर भी यह रिजल्ट उपलबध करवाएगा। 

15 अक्तूबर को शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने इस अभियान का शुभारंभ किया था। एसएसए ने इस कार्यक्रम को शुरू करने से पहले शिक्षकों के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। 

इसमें सभी जिलों के उप निदेशक, जिला परियोजना अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, कम्युनिटी को-आर्डिनेटर, मूल्यांकन विशेषज्ञ, सूचना प्रबंधन प्रणाली प्रभारी तथा प्रत्येक स्कूल से एक शिक्षक समेत लगभग 3000 से अधिक प्रतिभागी यू-ट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से जुड़े थे। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद किन्नौर जिला से इसकी शुरुआत कर दी गई है।

अन्य जिलों में भी कक्षा नौ से 12वीं के लिए यह कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। इस ऐप का लाभ यह है कि बच्चों की गतिविधियों का पूरा फीडबैक अब अभिभावकों को घर बैठे मिलेगा। 

बच्चे को स्कूल में क्या होमवर्क मिला है, टेस्ट में उसके कितने अंक आए हैं, यह तमाम तरह की जानकारी बच्चे के घर पहुंचने से पहले ही उनके माता पिता को एसएमएस के माध्यम से मिल जाएगी।

शिक्षकों द्वारा अभिभावकों को बच्चों की अनुपस्थिति, परीक्षा के आकलन, पीटीएम, परीक्षा की सूचना, छुट्टियों की सूचना, होमवर्क की सूचना सहित बच्चों की खूबियों व कमियों से संबंधित एसएमएस भेजे जाएंगे। 

अभिभावकों की सहभागिता बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग ने यह नई पहल की है। मार्च से ही स्कूल बंद है और आगे भी हिमाचल में 12 फरवरी तक स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया गया है। ऐसे में शिक्षा विभाग की यह पहल बच्चों के लिए काफी फायदेमंद रहेगी।