कांगड़ा चाय को प्रमोट करने के लिए प्रदेश के चार जिलों में टी-फेस्टिवल का होगा आयोजन
हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा चाय को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्रदान करने के लिए पर्यटन सीजन के दौरान मनाली, शिमला, डलहौजी, धर्मशाला आदि लोकप्रिय पर्यटक स्थलों पर कांगड़ा टी-फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 13-06-2022
हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा चाय को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्रदान करने के लिए पर्यटन सीजन के दौरान मनाली, शिमला, डलहौजी, धर्मशाला आदि लोकप्रिय पर्यटक स्थलों पर कांगड़ा टी-फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा राज्य सरकार ने अगले 5 वर्षों में कांगडा चाय के उत्पादन को दोगुना करने का लक्ष्य तय किया।
वर्ष 2021-22 में 10,01,419 किलोग्राम चाय का उत्पादन रिकाॅर्ड दर्ज किया गया है, अब 20 लाख के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इस समय राज्य के 2310.71 हैक्टेयर क्षेत्र में धौलाधार, पर्वतीय क्षेत्रों में धर्मशाला, शाहपुर, नगरोटा बगवां, पालमपुर, जयसिंहपुर, बैजनाथ व जोगिन्द्रनगर क्षेत्रों में चाय की पैदावार की जा रही है।
कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर का कहना है कि राज्य में वर्ष 2021-22 के दौरान 5.6 हैक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र को चाय बागानों के अतंर्गत कवर किया गया तथा आगामी पांच वर्षों में लगभग 100 हैक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्रों को चाय बागानों के अतंर्गत लाने का लक्ष्य रखा गया है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान चाय उद्योग ने 20 करोड़ रुपए की आर्थिक हिस्सेदारी प्रदान की।
राज्य में पैदा होने वाली चाय की 10% खपत राज्य में की जाती है, जबकि बाकी 90% कोलकाता में नीलाम की जाती है। वर्ष 2021-2022 के दौरान 4000 किलोग्राम कांगडा चाय हिमाचल से सीधे जर्मनी, इंग्लैंड, रूस तथा फ्रांस को निर्यात की गई। आगामी वर्षों के दौरान राज्य में उत्पादित 20% कांगड़ा चाय को प्रति वर्ष हिमाचल प्रदेश से सीधे विदेशों में निर्यात करने का लक्ष्य रखा गया है।
राज्य में 5900 परिवार चाय उत्पादन से जुडे हैं तथा इनमें से 95% परिवारों के पास 0.5 हैक्टेयर से कम भूमि पर चाय के बागान हैं। राज्य में 21 बड़े चाय बागवान परिवार हैं, जिनके पास 10 हैक्टेयर क्षेत्रफल चाय बागान हैं। पालमपुर में चालू वित्त वर्ष के दौरान 1.5 लाख चाय की पौधे उगाने का लक्ष्य रखा गया।
राज्य सरकार चाय के तुड़ान और छंटाई में प्रयोग आने वाले उपकरणों पर 50% उपदान प्रदान करेगी। पिछले वर्ष के दौरान कोलकत्ता निलामी बाजार में कांगड़ा चाय का मूल्य 160 रुपए प्रति किलोग्राम रहा जबकि हिमाचली बाजारों में कांगडा चाय 400 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बिकी।