कुछ तो गड़बड़ है : इनकम टैक्स के राडार पर करोड़पति जेबीटी शिक्षक

किसी कारोबारी के बैंक कहते में करोड़ों रूपये हो तो कोई बड़ी बात नहीं लेकिन अगर एक शिक्षक करोड़पति हो तो दाल में काला होना लाजिमी

कुछ तो गड़बड़ है : इनकम टैक्स के राडार पर करोड़पति जेबीटी शिक्षक
कुछ तो गड़बड़ है : इनकम टैक्स के राडार पर करोड़पति जेबीटी शिक्षक

 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  22-03-2022

 

किसी कारोबारी के बैंक कहते में करोड़ों रूपये हो तो कोई बड़ी बात नहीं लेकिन अगर एक शिक्षक करोड़पति हो तो दाल में काला होना लाजिमी है। ऐसा ही एक मामला हिमाचल में सामने आया है जहां एक जेबीटी शिक्षक के खाते में लाखों नही बल्कि करोड़ों रूपये के लेन-देन हुआ है।  जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रक्कड़ प्राइमरी स्कूल में कार्यरत जेबीटी शिक्षक के बैंक खातों में 1.63 करोड़ रुपए के लेनदेन पर आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है।

 

आईटीओ धर्मशाला जसवंत गिल ने बताया कि विभाग को जेबीटी शिक्षक के खाते में 1,63,63,266 रुपए के संदिग्ध लेन-देन की सूचना मिली है। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के रक्कड़ प्राइमरी स्कूल में कार्यरत जेबीटी शिक्षक के बैंक खातों में 1.63 करोड़ रुपए के लेनदेन पर आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। आयकर विभाग ने जेबीटी शिक्षक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है कि वह बताएं उनके खाते में इतनी राशि कहां से आई है और इसका स्रोत क्या है। शिक्षक को जारी नोटिस सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

 

जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग को सूचना मिली थी कि जिला कांगड़ा की तहसील रक्कड़ से संबंधित एक जेबीटी शिक्षक पंकज कुमार के अलग-अलग बैंक खातों में 1,63,63,266 रुपए के बड़े और संदिग्ध लेनदेन हुए हैं। पंजाब नेशनल बैंक खाते में 49 हजार, हिमाचल प्रदेश ग्रामीण बैंक के खाते में 52,86,500 रुपए और केसीसीबी लिमिटेड की शाखा के खाते में 1,10,27,766 रुपए जमा करवाए गए हैं। सभी लेनदेन वित्तीय वर्ष 2017-18 में हुए। जमा राशि में से अब तक कोई पैसा निकाला नहीं गया है। आमदनी के बारे में बताया गया है कि संबंधित जेबीटी शिक्षक 2017 से 2019 तक वेलफेयर ऑफिस में कार्यरत था। उस समय उसकी हर महीने की आमदनी 10 हजार रुपए थी। इसके बाद 10 मई, 2019 से जेबीटी शिक्षक के रूप में हर माह 13,677 रुपए मासिक आय प्राप्त की।

 

उपरोक्त आय के आधार पर उसने वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2020-21 तक एक बार भी आयकर रिटर्न फाइल नहीं की। सूचना के आधार पर संबंधित शिक्षक को नोटिस जारी कर पूछा है कि उनके खाते में यह राशि आई है या नहीं। अगर यह राशि आई है तो उसके स्रोत के बारे में भी पूछा गया है। वहीं, ये भी आरोप लग रहे हैं कि उक्त शिक्षक विभिन्न शिक्षकों पर केस करता था और उसके एवज में पैसा ऐंठा करता था। लेकिन इन आरोपों की फिलहाल पुष्टि नहीं हुई है।