कोविड-19 के संकट में पीरन पंचायत के लोगों के लिए सरकारी डिपू बने अन्नदाता

कोविड-19 के संकट में पीरन पंचायत के लोगों के लिए सरकारी डिपू बने अन्नदाता

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 09-04-2020

कोविड-19 से उत्पन्न हुई राष्ट्रीय आपदा में विशेषकर ग्रामीण परिवेश के लोगों के लिए सरकार की उचित मूल्यों की दुकानें अन्नपूर्णा बनकर वरदान सिद्ध हो रही है ।

शिमला जिला के दूरदराज गांव पीरन में सहकारी सभा द्वारा संचालित सरकारी डिपो के माध्यम से करीब 25 सौ की आबादी को राशन मिल रहा है और लोग सोशल डिस्टेंस बनाकर राशन लेने के लिए कतारों में खड़े रहते है।

डिपो होल्डर उधम सिंह वर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा बीपीएल, पीएचएस और अन्तोदय परिवारों को एक साथ दो माह का राशन दिया जा रहा है जिसमें अन्तोदय परिवार को 18 किलोग्राम 800 ग्राम आटा तथा 15 किलोग्राम चावल शामिल है।

इसके अतिरिक्त सरकार ने इस वर्ग के परिवारों को तीन माह के लिए 5 किलोग्राम प्रति व्यक्ति चावल मुफ्त उपलब्ध करवाने के लिए सरकार द्वारा आदेश दिए गए है।

उधम सिंह ने बताया कि सहकारी सभा पीरन के तहत कुल 398 राशनकार्ड होल्डर हैं जिनमें 76 बीपीएल, 47 अंतोदय, 56 पीएचएच और 218 एपीएल शामिल है।

अन्तोदय लाभार्थी रीता देवी गांव नट, बीपीएल लाभार्थी मथरू देवी गांव बटोला, पीएचएच लाभार्थी रीता देवी नालटा और एपीएल लाभार्थी देवेन्द्रा कुमारी ने बताया कि यदि सरकारी डिपो से राशन न मिले तो उनके परिवार को भूखे मरने की नौबत आ सकती है ।

इन लाभार्थियों का कहना है कि फसलों को बंदर सूअर और गीदड़ इत्यादि खत्म कर देते हैं जिस कारण लोगों ने गेहूं, मक्की धान इत्यादि की फसलों को बीजना ही बंद कर दिया ।

जिस कारण लोगों की निर्भरता सरकारी डिपूओं पर हो गई है । बता दें कि हिमाचल प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जहां पर समाज के हर वर्ग को हर माह सस्ती दरों पर खाद्यान्न उपलब्ध करवाया जाता है ।

कोरोना वायरस के देशव्यापी संकट में भी विशेषकर हिमाचल प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे सरकार ने अन्तोदय, बीपीएल और पीएचएच परिवारों को तीन माह तक 5 किलोग्राम प्रति व्यक्ति के हिसाब से चावल फ्री उपलब्ध करवाने का निर्णंय लिया गया है जिसकी प्रक्रिया आरंभ हो गई है ।