खाद्य वस्तुओं के रेट भी कम करो, वरना 2022 में नहीं बचेगी लाज , सीएम के सोशल मीडिया पेज पर कमेंट्स दे रहे यूजर
तेल कीमतों में कटौती के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लोगों द्वारा खूब खरी खोटी सुनाई जा रही
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 05-11-2021
तेल कीमतों में कटौती के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने अपने सोशल मीडिया पेज पर लोगों द्वारा खूब खरी खोटी सुनाई जा रही है। अब तो लोग सीएम के ऐसे ऐसे कमेंट्स कस रहे है कि आप दंग रह जायेंगे।
एक यूजर ने लिखा कि सीएम साहब अगर चुनाव से पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम करते तो शायद आपकी नाक बच जाती।
गौर हो कि केंद्र सरकार के एक्साइज ड्यूटी कम करने के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी वैट में भी कटौती की है। ऐसे में हिमाचल में कुल मिलाकर पेट्रोल 12 रुपये और डीजल 17 रुपये सस्ता हुआ है।
केंद्र ने जहां बुधवार को एक्साइज ड्यूटी कम की थी। वहीं, हिमाचल सरकार ने दिवाली के दिन वैट में कटौती का ऐलान किया। दोनों फैसलों से एक ही झटके में हिमाचल में पेट्रोल और डीजल के दाम सौ रुपये से नीचे आ गए।
हिमाचल में अब पेट्रोल करीब 95 रुपये और डीजल करीब 82 रुपये बिक रहा है। सीएम जयराम ठाकुर ने अपने सोशल मीडिया पेज पर वैट में कटौती की जानकारी दी तो लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया दी।
एक यूजर ने पोस्ट पर कमेंट किया कि माननीय मुख्यमंत्री महोदय इस तरह के कार्यों की निगरानी करना आपकी जिम्मेदारी बिना चुनाव के भी थी, लेकिन आप भी खास जगह पहुंच कर आम जनमानस की समस्याओं को भूल चुके हो।
आपकी जिम्मेदारी भी बनती है कि आप माननीय प्रधानमंत्री और हाईकमान को लोगों की समस्याओं और परेशानियों से अवगत करवाते। यदि चुनाव हो ही न तो कैसे आम जनमानस जीवित रह पाएगा।
एक और यूजर ने लिखा कि पहले निचोड़ लो फिर छोड़ दो उसके फिर तुरन्त बाद जो कुछ बचा है, उसे फिर निचोड़ने पर लग जाओ। फिलहाल दीवाली की शुभकामनाएं! वहीं, सोशल मीडिया पर एक और प्रतिक्रिया में एक शख्स ने लिखा कि बढ़ाते 50 रुपये लीटर है और और घटाते 10 रुपये लीटर।
ये इंसाफ तो नहीं है। खेर, अगर ये कार्य उपचुनाव से पहले करते तो शायद ये हाल भी नहीं होते। एक और शख्स ने कहा कि महोदय जी खाद्य सामग्री के ऊपर भी आग लगी है।
थोडा इस और भी ध्यान दो वरना अभी तो जुब्बल कोटखाई में आपकी जमानत जब्त हुई है, लेकिन 2022 में बहुत जगह होने वाली है। एक युवक ने लिखा-हार के डोज की सख्त जरूरत थी, तभी आप लोगों को बात समझ आती है।
अभी भी हम आपको बता रहे हैं कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाइए , नहीं तो जनता 2022 में आपको सबक सिखायेगी। वहीं, कड़वा तेल और सिलेंडर के दामों में कटौती की मांग की गई है। साथ ही कहा गया है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो 2022 में सफाई हो जाएगी।