न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 06-07-2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में बदलाव का काउंटडाउन शुरू हो गया। भाजपा के शीर्ष स्तर पर इसकी कवायद तेज है। मंत्रिमंडल में विस्तार 8 जुलाई यानी वीरवार को होने की संभावना है।
कैबिनेट विस्तार में लगभग 20 से 22 नए मंत्रियों को शामिल किए जाने की संभावना है। पहले से ही अतिरिक्त प्रभार और इससे ज्यादा मंत्रालय संभाल रहे कई मंत्रियों का बोझ भी कम किया जा सकता है। कई नेताओं को नई दिल्ली बुलाया जा रहा है, जबकि केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को अब राज्यपाल बना दिया गया है।
ऐसे में संकेत साफ है कि इस बार कई मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा तो कई का पद घटेगा। मंत्रिमंडल विस्तार में आगामी विधानसभा चुनाव वाले राज्यों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इस बीच आज शाम यानी मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी के आवास पर शीर्ष मंत्रियों के साथ होने बैठक रद्द हो गई है।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया। मीडिया के सवालों के जवाब में उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि मैं इस पर कोई कमेंट नहीं कर सकता हूं।
मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार की संभावनाओं के बीच असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और नारायण राणे समेत कई नेताओं को आज ही दिल्ली बुलाया गया है। ज्यादातर सांसद और नेता तीन आज दोपहर दिल्ली पहुंच रहे हैं।
मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए कुछ नेताओं को फोन किए गए हैं। ये फोन उन नेताओं को किए जा रहे हैं, जिनका नाम सूची में शामिल किए जा रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी दिल्ली बुलाने की खबरें आ रही हैं। दिल्ली रवाना होने से पहले सिंधिया उज्जैन में महाकाल के दर्शन करने पहुंचे और पूजा अर्चना की।
दिल्ली के लिए रवाना हुए सोनोवाल असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को भी दिल्ली बुलाया गया है। सोनोवाल गुवाहाटी से दिल्ली के लिए रवाना हो गया है।
सूत्रों की मानें तो जिन लोगों को मंत्रिपरिषद के भावी फेरबदल और विस्तार में शामिल किया जा सकता है, उनमें असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, बैजयंत पांडा, राकेश सिंह, नारायण राणे, हिना गावित, संध्या राय, सुनीता दुग्गल, जदयू नेता आरसीपी सिंह, ललन सिंह व संतोष कुमार आदि के नाम मुख्य रूप से चर्चा में हैं।