जल जीवन मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन में हिमाचल सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित : जयराम ठाकुर

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी जिले के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे के दौरान चोलथरा में जनसभा को संबोधित करते हुए कुज्जाबल्ह में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), टौरखोला में आयुर्वेदिक औषधालय, सकोह और पपलोग में स्वास्थ्य उपकेंद्र और चोलथरा में फार्मेसी कॉलेज खोलने के अलावा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सधोट में विज्ञान की कक्षाएं शुरू करने की घोषणाएं कीं

जल जीवन मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन में हिमाचल सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित : जयराम ठाकुर

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी     08-09-2022

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी जिले के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे के दौरान चोलथरा में जनसभा को संबोधित करते हुए कुज्जाबल्ह में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई), टौरखोला में आयुर्वेदिक औषधालय, सकोह और पपलोग में स्वास्थ्य उपकेंद्र और चोलथरा में फार्मेसी कॉलेज खोलने के अलावा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सधोट में विज्ञान की कक्षाएं शुरू करने की घोषणाएं कीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मपुर क्षेत्र सेवारत और पूर्व सैनिकों के साथ-साथ पानी की किल्लत के लिए भी जाना जाता था। लेकिन, अब क्षेत्र के लगभग सभी गांवों और घरों में नल के माध्यम से पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है। जल जीवन मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन में हिमाचल को सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित किया गया है और इसका श्रेय जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के सक्रिय दृष्टिकोण को भी जाता है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 980 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए गए हैं जिनमें से 770 करोड़ रुपये जल शक्ति विभाग के थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब राज्य और केंद्र की डबल इंजन सरकार के कारण संभव हुआ है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले दिन से ही ‘जहां गरीब, वहां सरकार’ के आदर्श वाक्य के साथ काम किया है।राज्य सरकार की कल्याणकारी और विकासात्मक नीतियों एवं कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य गरीबों और अन्तिम पंक्ति के व्यक्तियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। 

हिमाचल प्रदेश के 75 वर्ष के सफर की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1948 में गठन के समय इसके केवल चार जिले थे, जबकि आज 12 जिले हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में राज्य की साक्षरता दर केवल 4.8 प्रतिशत थी, जो आज बढ़कर 83 प्रतिशत से अधिक हो गई है। 1948 में राज्य में केवल 228 किलोमीटर सड़कें थीं, जबकि आज राज्य के कोने-कोने को जोड़ने वाली लगभग 40,000 किलोमीटर सड़कें हैं। 

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है, जिन्होंने 60,000 करोड़ रुपये के प्रावधान के साथ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत की थी और हिमाचल में लगभग 50 प्रतिशत सड़कों का निर्माण इसी योजना के तहत किया गया है। उन्होंने कहा कि अटल टनल रोहतांग भी अटल बिहारी वाजपेयी का एक सपना था, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा किया। 

इससे पहले, मुख्यमंत्री ने बाबा कमलाहिया की वेबसाइट का भी शुभारंभ किया और क्षेत्र की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री को इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक संगठनों द्वारा सम्मानित किया गया। चोलथरा पहुंचने पर बड़ी संख्या में लोगों ने मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया गया।
 
इस अवसर पर विधायक कर्नल इंद्र सिंह व प्रकाश राणा, प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की महासचिव वंदना गुलेरिया, प्रदेश भाजपा मीडिया सह प्रभारी रजत ठाकुर, भाजपा मंडलाध्यक्ष लेख राज, उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री और अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।