यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 16-04-2022
हिमाचल प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल डाक्टर राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल टांडा में शनिवार से सर्विसमैन कार्पोरेशन के सुरक्षा कर्मियों को हटा दिया गया है। सुरक्षा कर्मियों को ड्यूटी से हटाने के साथ ही अस्पताल में अव्यवस्था का आलम हो गया है। सुबह से ही लोग अस्पताल में पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें संभालने व गाइड करने वाला कोई नहीं है। यहां बता दें कि अस्पताल प्रशासन और सर्विसमैन कारपोरेशन ने 16 अप्रैल से सुरक्षा कर्मियों को ड्यूटी पर न आने का फरमान जारी किया था, जिस कारण अस्पताल में यह अव्यवस्था का आलम मच गया है।
टांडा में कार्यरत सुरक्षा कर्मियों पर एक बार फिर से कॉलेज प्रशासन और सुरक्षा कर्मी आपूर्ति करने वाली हिमाचल प्रदेश सर्विसमैन कारपोरेशन के बीच भुगतान विवाद के चलते यह संकट आया है। हिमपैस्को ने कालेज प्रशासन को नोटिस दिया था कि उनका भुगतान तुरंत किया जाए, अन्यथा वो अपना सुरक्षा कर्मी आपूर्ति का टेंडर खत्म कर देंगे। इसके बाद हिमप्रैस्को की ओर से कॉलेज में एक आम नोटिस निकालकर 16 अप्रैल से सुरक्षा कर्मियों को काम पर न आने का तानाशाही पूर्ण फरमान जारी कर दिया था। सुरक्षा कर्मियों की यूनियन टांडा मेडिकल कालेज सुरक्षा कर्मचारी यूनियन प्रधान विवेक राणा व सचिव सुनील ने हिमपैस्को व कालेज प्रशासन पर सुरक्षा कर्मियों का शोषण करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि जब से सुरक्षा कर्मियों ने यूनियन का गठन किया है, तब से कालेज प्रशासन व हिमपैस्को लगातार ऐसी हरकतें कर रहे हैं। जिससे सुरक्षा कर्मियों को काम से हटाया जा सके। यूनियन नेताओं ने कहा कि हिमपैस्को एक सरकारी कार्पोरेशन है, लेकिन श्रम कानूनों के तहत कर्मचारियों को आज तक नियुक्ति पत्र भी नहीं दिया गया। वहीं, टांडा अस्पताल के एमएस का कहना है , यह अस्पताल प्रशासन का नहीं, बल्कि प्रदेश सरकार का निर्णय है।