नाहन में कोविड प्रोटोकॉल के साथ मनाया मुहर्रम, कर्बला शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

नाहन में कोविड प्रोटोकॉल के साथ मनाया मुहर्रम, कर्बला शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

नाहन में सिया नही सुनी समुदाय निकालता है ताजिए, आपसी भाईचारे की भी दिखती है झलक

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन   20-08-2021

ऐतिहासिक शहर नाहन में आज कोविड 19 प्रोटोकॉल के साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा मुहर्रम मनाया गया। प्रशासन द्वारा इस बार मुहर्रम के दौरान ताजिए निकालने की अनुमति नही दी गई।

दरअसल मुहर्रम के मौके पर ऐतिहासिक शहर नहान में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा चार ताजिए निकाले जाते थे जिसमें बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लेते थे मगर पिछले 2 साल से कोविड-19 के चलते प्रशासन द्वारा ताजिए निकालने की अनुमति नहीं दी जा रही है। 

आज मुहर्रम पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सभी मोहल्लों में रखे गए ताजियों के दर्शन कर इबादत की। जिला मुस्लिम वेलफेयर कमेटी के अध्यक्ष कैप्टन सलीम अहमद ने बताया कि मुहर्रम के दिन शहर के चार मोहल्लों से ताजिए निकाले जाते थे और इस दौरान निकाले जाने वाले जुलूस में भारी संख्या में लोग हिस्सा लेते थे। 

मगर इस बार समुदाय के लोगों द्वारा प्रशासन के आदेशों की पालना करते हुए कोविड-19 प्रोटोकोल के बीच मुहर्रम मनाया जा रहा है उन्होंने कहा कि मोहर्रम किसी त्योहार या खुशी का महीना नहीं बल्कि यह बेहद गम भरा महीना मुस्लिम समुदाय द्वारा माना जाता है और आज के दिन कर्बला शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है।

ताजिया कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद असलम सैयद ने बताया कि हजरत इमाम हुसैन की याद में ताजिए निकाले जाते है जो इस बार नहीं निकाले जा सके उन्होंने कहा कि ताजियों के दर्शन कर समुदाय के लोगों ने इबादत की उन्होंने कहा कि इस दौरान कोरोना नियमों का पालन करते हुए जहां सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया। 

वहीं हैंड सैनिटाइजर की भी विशेष व्यवस्था की गई थी। मुहर्रम पर देश के विभिन्न स्थानों में मुस्लिम समाज के सिया समुदाय द्वारा ताजिए निकाले जाते हैं मगर नाहन में यह ताजिए मुस्लिम समाज के सुन्नी समुदाय द्वारा निकाले जाते हैं और यह परंपरा यहां रियासत कालीन समय से चली आ रही है।