पंजाब के पर्यटकों ने देवभूमि में फिर से मचाया हुड़दंग, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस

हिमाचल के कुल्लू स्थित मणिकर्ण घाटी में तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार रात को एक बार फिर कसोल और मणिकर्ण के बीच साड़ा वैरियर के पास पंजाब के पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच खूब नोकझोंक

पंजाब के पर्यटकों ने देवभूमि में फिर से मचाया हुड़दंग, सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस

यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू     08-03-2023

हिमाचल के कुल्लू स्थित मणिकर्ण घाटी में तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार रात को एक बार फिर कसोल और मणिकर्ण के बीच साड़ा वैरियर के पास पंजाब के पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच खूब नोकझोंक हुई। माहौल पूरी तरह से तनावपूर्ण हो गया। 

सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकआशीष शर्मा ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर काबू पाया। दोनों पक्षों को समझाकर स्थानीय लोगों को अपने घर भेजा। 

मणिकर्ण से वापस आ जा रहे पंजाब के पर्यटकों को उनके गंतव्य की ओर रवाना किया। गौर हो कि इससे पहले रविवार को भी पंजाब के पर्यटकों द्वारा मारपीट और तोड़फोड़ की गई थी। एसपी साक्षी वर्मा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि स्थानीय लोगों और पर्यटकों के बीच कहासुनी हुई है। 

जिसके चलते वह स्वयं मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक क्षेत्र में तैनात पुलिस जवानों ने स्थिति को संभाले रखा। हालांकि पहुंचने तक स्थानीय लोग वहां से निकल चुके थे, लेकिन पर्यटकों ने बताया कि स्थानीय लोगों ने उन्हें कमेंट पास किया था, जिस कारण कुछ देर के लिए दोनों पक्षों के बीच गाली-गलौज हुई। 

उन्होंने बताया कि रविवार को पंजाब के पर्यटकों द्वारा की गई मारपीट और तोड़फोड़ के मामले में लगातार छानबीन चल रही है। एक स्पेशल टीम इस मामले में सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगा रखी है। जो गुरुद्वारा, मणिकर्ण बाजार के साथ-साथ साड़ा वैरियर के पास लगे कैमरों को चेक कर रही है। कैमरों में कैद गतिविधियों के आधार पर पर्यटकों की पहचान की जा रही है। 

हालांकि हड़दंग मचाने वाले पर्यटक कैमरों में कैद हुए हैं , लेकिन उनकी पहचान करने के लिए पुलिस तमाम इंटेलिजेसी का प्रयोग कर रही है। गौरतलब है कि मणिकर्ण में तोड़फोड़ और हुड़दंग मचाने वाले पर्यटक मणिकर्ण छोड़कर निकल चुके हैं। 

ऐसे में पुलिस के लिए उनकी पहचान करना किसी चुनौती से कम नहीं है, लेकिन पुलिस मारपीट, तोड़फोड़ करने वाले पर्यटकों की सीसीटीवी फुटेज हिमाचल सरकार के माध्यम से पंजाब सरकार को भेज सकती है, ताकि उनकी पहचान की जा सके।