प्रदेश की ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों का रिकॉर्ड जुटाएगी सरकार : वीरेंद्र कंवर
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 06-08-2021
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि सरकार हिमाचल की ग्रामीण सड़कों का रिकॉर्ड जुटाएगी। इनकी मरम्मत के लिए उपयुक्त फंड उपलब्ध करवाने पर विचार किया जाएगा।
पंचायतों के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार को लेकर पंचायत प्रधान के साथ अधिकारियों की जवाबदेही तय होगी। प्रदेश में एक साल की अवधि में ग्रामीण विकास पर करीब दो हजार करोड़ व्यय किए गए हैं।
शुक्रवार को विधानसभा में कंवर ने कहा कि प्रदेश की सभी पंचायतों में पांच बड़े विकास कार्य करवाना जरूरी होंगे। इनमें पेयजल योजना, बड़ी सड़कें जैसे काम शामिल हैं। पंचायतों के विकास कार्यों में विधायक निधि से भी धनराशि खर्च की जा सकती है।
ग्रामीण सड़कों के रखरखाव के लिए विधायक निधि से धनराशि देने का प्रावधान किया है। विधानसभा में विधायक बलबीर सिंह वर्मा ने नियम 130 के तहत पंचायतों में सड़कों के रखरखाव के लिए बजट प्रावधान करने का मामला उठाया।
विधायक इंद्र दत्त लखनपाल, जगत सिंह नेगी, हीरा लाल, आशा कुमारी, रीना कश्यप, हर्षवर्धन चौहान, जवाहर ठाकुर, राकेश सिंघा और लखविंदर राणा ने कहा कि इन सड़कों की मरम्मत को बजट का प्रावधान किया जाए।
विधायक प्राथमिकता में भी इनके लिए धनराशि देने का प्रावधान हो। इन सड़कों के लिए अलग फंड की व्यवस्था हो। सिंघा ने कहा कि 1980 से पहले बनी सड़कों पर वन अधिनियम लागू नहीं होता।सरकार पता लगाए कि प्रदेश में 35 हजार सड़कों में से कितनी ग्रामीण सड़कें हैं।
मंत्री ने कहा कि ग्रामीण सड़कों की सही संख्या कितनी है, सरकार शीघ्र आंकड़े जुटाएगी। प्रदेश में 412 नई पंचायतें बनी हैं। सरकार 630 पंचायत सचिवों के पद भर रही है। 250 पद तकनीकी सहायकों सहित अन्य तकनीकी स्टाफ की भरती कर रही है। मनरेगा में 429 करोड़ पंचायतों को दिया है और जितनी राशि विकास कार्य में खर्च होगी, उतनी दी जाएगी।