प्रदेश में भारी बारिश और ओलावृष्टि से पलम, खुरमानीआड़ू, सेब, टमाटर,समेत सभी नकदी फसल बर्बाद 

प्रदेश में भारी बारिश और ओलावृष्टि से पलम, खुरमानीआड़ू, सेब, टमाटर,समेत सभी नकदी फसल बर्बाद 

यंगवार्ता न्यूज़ - राजगढ़   12-05-2021

मई माह में ही लोगों को प्री मानसून याद आ रहा है। बेमौसमी इस बरसात व ओलावृष्टि में यहां के किसानों व बागबानों की कमर को झुका दिया है।

सिरमौर जिला में भारी ओलावृष्टि हो रही है। सिरमौर जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्र राजगढ़ व मानगढ़ क्षेत्रों में भारी ओलावृष्टि हुई है।  

इससे किसानों व बागबानों की लाखों रुपए की नकदी फसलों को बर्बाद कर दिया है।   भारी ओलावृष्टि की वजह से शिमला मिर्च व टमाटर की अधिकतर फसल नष्ट हो चुकी है।

वहीं मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दो  दिनों तक बारिश व ओलावृष्टि की संभावना है। मानगढ़ निवासी कांग्रेस पार्टी हिमाचल प्रदेश ओबीसी के उपाध्यक्ष डॉ राजेंद्र भंडारी ने बताया कि मंगलवार को दोपहर बाद उनके गांव में भारी ओलावृष्टि हुई।

अपने बागीचे में किलब में खुमानी तथा प्लम का तुडान कर रहे थे। अचानक हुई ओलावृष्टि से किलब गांव में आड़ू, पलम व खुरमानी का करीब बीस लाख रुपए का नुकसान हुआ है। 

उन्होंने बताया कि उनकी मानगढ़ पंचायत में करीब एक करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है। सारा फल लुधियाना फल मंडी में भेजा जाता है। सारा फल दागी हो गया है। जिसकी मार्केट वेल्यु जीरो हैं।  

डॉ. राजेंद्र भंडारी ने मांग की है कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जिला प्रशासन को आकलन कर तुरंत मुआवजा दें ताकि लोगों को राहत मिल सकें।  

इसके अतिरिक्त टमाटर तथा शिमला मिर्च को भी भारी नुकसान हुआ है। बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि से पीच वैली ऑफ इंडिया राजगढ़ में भी फलों व नकदी फसलों को भारी नुकसान हो रहा है। 

राजगढ़ निवासी दिनेश आर्य ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर यहां दो बार ओलावृष्टि हो चुकी है। इससे करोड़ों की नकदी फसलों को नुकसान हुआ है। उनकी आड़ू, पलम, खुरमानी, सेब के फल ओलावृष्टि के कारण दागी हो गए है। 

बगीचों के सारे पत्ते झड़ चुके हैं। उन्होंने बताया कि राजगढ़ क्षेत्र में ही सालाना करीब पांच करोड़ रुपए का आड़ू होता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां कितना नुकसान हुआ है।

कृषि सलाह एवं सेवा इकाई नौणी  विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष डॉ सतीश भारद्वाज का कहना है कि  आने वाले दो तीन दिनों तक बारिश व ओलावृष्टि होने की संभावना है।  

उन्होंने कहा कि मई माह में ओलावृष्टि और बारिश आम बात है, लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय हो जाने के कारण बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टि हो रही है, जो फसलों के लिए नुकसानदायक है।