प्रदेश में 11 दिनों के भीतर ही 75 रुपये महंगा हुआ रसोई गैस सिलिंडर
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 16-02-2021
हिमाचल प्रदेश में 11 दिनों के भीतर रसोई गैस सिलिंडर 75 रुपये महंगा हो गया है। घरेलू उपभोक्ताओं को इस माह सिलिंडर लेने के लिए 866 रुपये चुकाने पड़ेंगे। एक फरवरी को रसोई गैस सिलिंडर का दाम 791 रुपये तय हुआ था।
गैस कंपनियों ने चार फरवरी को 25 रुपये जबकि सोमवार को 50 रुपये और बढ़ा दिए हैं। हालांकि, व्यावसायिक गैस सिलिंडर 9 रुपये सस्ता हो गया है। फरवरी में व्यावसायिक सिलिंडर 1666 रुपये में मिलेगा।
घरेलू उपभोक्ताओं को सब्सिडी के तौर पर 31 रुपये लौटाए जाएंगे। बीते कई माह से रसोई गैस सिलिंडरों के दाम बढ़ने के बावजूद सब्सिडी की राशि में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। गैस कंपनियों के स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रीय स्तर से ही सब्सिडी तय होती है।
उधर, तेल कंपनियों की ओर से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की जा रही है। शिमला शहर के लोगों का कहना है कि पड़ोसी देशों में जहां तेल की कीमतों में कमी आ रही है वहीं यहां स्थिति इसके उलट है।
शहर के लोगों ने बताया कि कोरोना के चलते अभी भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करना खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में वह अपनी गाड़ियों में ही सफर करने को प्राथमिकता दे रहे हैं लेकिन तेल की बढ़ती कीमतों के कारण अब रोज दफ्तर वाहन ले जाना मुश्किल हो रहा है।
शिमला में पेट्रोल 87.02 और डीजल 78.84 रुपये प्रति लीटर है। भट्ठाकुफर के राहुल ने कहा कि पेट्रोल के बढ़ते दामों ने घर का बजट बिगाड़ दिया है। तेल कंपनियां लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ा रही हैं। इस वजह से लोगों की जेब ढीली हो रही है।
बल्सन के श्याम सिंह ने कहा कि सरकार को जनता का ध्यान रखना चाहिए। तेल के दाम बढ़ने के कारण गाड़ियों में आवाजाही करना मुश्किल हो गया है। ठियोग के कुलदीप ने कहा कि यहां के मुकाबले पड़ोसी देशों में पेट्रोल और डीजल के दामों में दिन रात का अंतर है।
सरकार को चाहिए कि वह भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों को नियंत्रित करें। धरोगड़ा के नरेंद्र कुमार ने कहा कि तेल की कीमतें बढ़ने से अब गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया है। सरकार को इस दिशा में जल्द जरूरी कदम उठाने चाहिए।