पहल : एजुकेशन के क्षेत्र में मील पत्थर साबित होगा ड्रीम इलेवन यूट्यूब चैनल

पहल : एजुकेशन के क्षेत्र में मील पत्थर साबित होगा ड्रीम इलेवन यूट्यूब चैनल
यंगवार्ता न्यूज़  - नाहन 29-05-2021
 
जिला सिरमौर के समस्त बीईईओ व बीआरसीसी प्राइमरी की एक ऑनलाइन बैठक का आयोजन जिला शिक्षा उपनिदेशक उच्च कर्म चंद , जिला शिक्षा उपनिदेशक प्रारम्भिक दया राम व जिला परियोजना अधिकारी ऋषि पाल शर्मा की अध्यक्षता में हुआ।
 
राज्य परियोजना निदेशालय से मंजुला , राजगढ़ से प्रेम भारद्वाज , यशपाल शर्मा , डाइट नाहन से प्रीति तंवर , आईडी राही , एकता, हिमांशु भारद्वाज व फतेह सिंह  इस बैठक में विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में  सर्वप्रथम नाहन खंड द्वारा बनाया गया यूट्यूब चैनल  प्राइमरी नाहन  का अनावरण तीनों जिला अधिकारियों व राज्य परियोजना निदेशालय से मंजुला की गरिमामय उपस्थिति में उन्हीं के द्वारा किया गया।
 
इस चैनल में नाहन खंड के  ही ग्यारह अध्यापकों की ड्रीम इलेवन  की एक विशेष टीम द्वारा बच्चों के लिए बनाए गए वीडियो का संकलन किया गया है। इस चैनल को अध्यापकों व बच्चों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। ड्रीम इलेवन नामक इस टीम के सदस्यों में  बीआरसीसी नाहन सचिन चौहान के साथ  शबाना, अर्वीन,  सरिता,  मोनिका , जहां आरा, आमिर अली , फूल सिंह, अरुण , रोहित राज व कुनाल पुंडीर शामिल हैं।
 
नाहन खंड के इस प्रयास के लिए जिला अधिकारियों द्वारा जहां बीआरसीसी नाहन सचिन चौहान को सराहा गया वहीं उनकी टीम के  दस अध्यापकों को उनके द्वारा , कोरोना काल में  शिक्षा जगत में बच्चों के लिए किए जा रहे अनूठे  प्रयासों के  लिए उन्हें विशेष बधाई दी।

बैठक में जिला परियोजना अधिकारी ऋषि पाल शर्मा द्वारा  विडियोज को अधिक रोचक बनाने के लिए अध्यापकों को एक आकर्षक प्रस्तुति के माध्यम से सुझाव दिए गए और ड्रीम इलेवन के विशेष नौ अध्यापकों को नव रतन के नाम से अलंकृत भी किया गया।
 
मंजुला ने भी जहां इस पुनीत कार्य के लिए पूरे जिले को शुभकामनाएं दी वहीं राज्य सरकार द्वारा संचालित हर घर पाठशाला कार्यक्रम पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। साथ ही मैडम मंजुला ने नाहन खंड के इस प्रयास को पूरे राज्य के लिए अनुकरणीय बताया व राज्य स्तर पर भी इसके प्रचार प्रसार को ले कर आश्वस्त किया।  
 
जिला शिक्षा उप निदेशक उच्च व प्रारंभिक व जिला। परियोजना अधिकारी द्वारा अन्य खंडों को भी शिक्षा के क्षेत्र में इस तरह के नवीन प्रयास करने के लिए प्रेरित किया गया व साथ ही  यह विश्वास जताया गया कि शिक्षा जगत में इस तरह का अनूठा प्रयास वर्तमान प्राथमिक शिक्षा को तकनीक के साथ जोड़ने में एक मील का पत्थर साबित होगा।