राजधानी शिमला में शहरवासियों पर खतरा बनकर मंडरा रहे 175 हरे और सूखे पेड़  

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 175 हरे और सूखे पेड़ शहरवासियों पर खतरा बनकर मंडरा रहे हैं। बर्फबारी का मौसम शुरू हो चुका है लेकिन घरों पर खतरा बनकर मंडरा रहे इन पेड़ों काटने की मंजूरी कब मिलेगी,......

राजधानी शिमला में शहरवासियों पर खतरा बनकर मंडरा रहे 175 हरे और सूखे पेड़  

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला      15-11-2022

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 175 हरे और सूखे पेड़ शहरवासियों पर खतरा बनकर मंडरा रहे हैं। बर्फबारी का मौसम शुरू हो चुका है लेकिन घरों पर खतरा बनकर मंडरा रहे इन पेड़ों काटने की मंजूरी कब मिलेगी, इसे लेकर लोगों की परेशानी बढ़ गई है। 

वन विभाग के पास शहरभर से खतरनाक पेड़ों को काटने के लिए 175 आवेदन आ चुके हैं। विभाग ने बीते माह शहरी विकास विभाग को पत्र लिखा था कि इन आवेदनों पर क्या कार्रवाई की जाए। पहले महापौर की अगुवाई वाली ट्री अथॉरिटी कमेटी इन आवेदनों पर मौके का निरीक्षण कर खतरनाक पेड़ों को चिह्नित करती थी। 

इस कमेटी की सिफारिश के बाद सरकार की सब कमेटी इन्हें काटने की मंजूरी देती थी लेकिन अब महापौर का कार्यकाल खत्म होने के बाद ट्री अथॉरिटी कमेटी भंग हो चुकी है। ऐसे में जून से खतरनाक पेड़ों के निरीक्षण और इन्हें काटने की मंजूरी देने का काम बंद पड़ा है। लोग वन विभाग के चक्कर काट रहे हैं। इन्हें चिंता सता रही है कि बर्फबारी के दौरान घरों पर खतरा बनकर मंडरा रहे पेड़ कहर बनकर टूट सकते हैं। 

हर साल बर्फबारी के सीजन में शहर में 50 से 100 पेड़ ढहते हैं। सरकार की ओर से नगर निगम में प्रशासक की तैनाती होने के बाद वन विभाग ने फिर से उपायुक्त को पत्र लिखा है। इनमें आवेदनों के बारे में भी ब्योरा दिया है। उपायुक्त के पास ही प्रशासक का कार्यभार है। ऐसे में वन विभाग ने पूछा है कि इन आवेदनों पर आगे क्या कार्रवाई की जाए।

उपायुक्त शहरवासियों को खतरनाक पेड़ों से राहत देने के लिए इनके निरीक्षण का जिम्मा एसडीएम को दे सकते हैं। एसडीएम, वन विभाग और नगर निगम के अधिकारी मौके पर जाकर खतरनाक पेड़ चिह्नत कर सरकार से इन्हें काटने की सिफारिश कर सकते हैं। 

हालांकि, उपायुक्त के फैसले के बाद ही इस पर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। डीएफओ शिमला शहरी अनीता भारद्वाज ने कहा कि वन विभाग के पास खतरनाक पेड़ों के 175 आवेदन आए हैं। इस बारे में पत्र लिखा है ताकि लोगों को जल्द राहत मिल सके। शहर में बर्फबारी से निपटने के लिए नगर निगम और लोक निर्माण विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। 

इस बार विंटर सीजन के जल्द दस्तक देने से विभागों ने बर्फ हटाने के लिए मशीनरी और मजदूर तैनात करने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। शहर में नगर निगम की सड़कों और रास्तों से बर्फ हटाने के लिए पांच मशीनें, दो रोबोट और 250 से ज्यादा कर्मचारी तथा मजदूर तैनात किए जाएंगे। 

नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने बर्फबारी की तैयारियों और शहर में चल रहे निर्माणकार्यों को लेकर सोमवार को बैठक ली और अधिकारियों को निर्देश जारी किए। लोक निर्माण विभाग ने भी 250 से ज्यादा फील्ड स्टाफ और मजदूरों के साथ 15 जेसीबी मशीनें शहर के आसपास तैनात करने की तैयारी की है।