सदन में गूंजा मानव भारती फ़र्ज़ी डिग्री मामला, विपक्ष ने सरकार से मांगा स्पष्टिकरण

हिमाचल प्रदेश में मानव भारती विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री मामले पर कांग्रेस विधायक राजेन्द्र राणा ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से मामला

सदन में गूंजा मानव भारती फ़र्ज़ी डिग्री मामला, विपक्ष ने सरकार से मांगा स्पष्टिकरण

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला    25-02-2022

हिमाचल प्रदेश में मानव भारती विश्वविद्यालय में फर्जी डिग्री मामले पर कांग्रेस विधायक राजेन्द्र राणा ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से मामला उठाया गया। राजेंद्र राणा ने बताया कि करीब 5 हज़ार फर्जी डिग्रियां खरीदी बेची गई। इस गोरखधंधे में क़रीब 20 हज़ार करोड़ का काला कारोबार होने की संभावना है। 

पहले हिमाचल के उसके बाद करनाल में ऐसा ही गोरखधंधा किया गया। कुमारहट्टी के 30 बीघा जमीन खरीदी, मानव भारती ट्रस्ट स्थापित किया। इसके खिलाफ दो मुकद्दमे करनाल में होने के बाबजूद किस तरह इसको हिमाचल में जमीन और यूनिवर्सिटी खोलने की अनुमति दी गई। 

20 हज़ार एजेंटों को देश भर में डिग्रियां बेचने कें लिये नियुक्ति किया गया। दो बार मानव भारती यूनिवर्सिटी  की अनुमति को रिजेक्ट किया गया। तीसरी बार कैसे 2009 में यूनिवर्सिटी को अनुमति दी गई। दशवी पास राज कुमार राणा अपने नाम के आगे डॉक्टर की फ़र्ज़ी नाम लगाता था। 2017 से 2020 तक जांच में कुछ नही हुआ।

फ़र्ज़ी डिग्री मामले में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने जबाब में कहा कि राज कुमार राणा के ऊपर 2012-13 से कांग्रेस सरकार के समय से कार्यवाही हुई होती तो बात कुछ और होती। जानकारी होने के बाबजूद कांग्रेस सरकार ने किसी तरह की जांच नही की गई। 

भाजपा की सरकार बनने के बाद 6 जनबरी 2020 को एक पत्र मिला जिसमें हिमाचल के दो निज़ी विश्वविद्यालय मानव भारती व एपीजी यूनिवर्सिटी पर फ़र्ज़ी डिग्री बेचने का आरोप लगाया गया था। उसके बाद कार्यवाही शुरू हुई व 3 एफआईआर दर्ज़ करवाई गई। धारा 420, 467, 468 व 120 के तहत मामला दर्ज़ किया गया। 

19 सदस्यों की एसआईटी जांच कमेटी बनाई गई। हरियाणा निवासी ममता ने फ़र्ज़ी डिग्री का आरोप लगाया था। जिसके आधार पर उसने नोकरी भी हासिल की जो जांच के बाद 2016 में ही फर्जी पाई गई। राज कुमार राणा, के के सिंह, अनूप ठाकुर व मनीष गोयल इसमें मुख्य अभियुक्त है। 

जब जांच शुरू हुई तो मानव भारती से माधव यूनिवर्सिटी तक रिकॉर्ड खंगाला गया। 64 हार्ड डिस्क, 12 मोबाइल जब्त किए गए। जिनमें 41479 फ़र्ज़ी डिग्रियों को बेचने का मामला सामने आया। जिसमें राज कुमार राणा सहित दर्जन भर लोग गिरफ्तार किए है। 36024 फ़र्ज़ी डिग्रियां पाई गई है। 

5455 वैध डिग्रियां होना प्रतीत होती है। राज कुमार की 194.17 करोड़ की संपति को जब्त किया गया है। सरकार ने यूनिवर्सिटी में अपना पर प्रबंधक बिठाया है। सरकार सख़्त कार्यवाही कर रही है कोई दोषी बच नही पाएगा। जांच चल रही है राणा की पत्नी व बेटी ऑस्ट्रेलिया में उनको भी देश वापिस लाने की कोशिशें जारी है।