हिमाचल की कुल्लू घाटी में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने भांग की खेती को किया नष्ट  

हिमाचल प्रदेश की कुल्लू घाटी में पहली बार केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो(सीबीएन ) ने भांग की खेती को नष्ट किया है। 11,000 फीट ऊंचाई पर मलाणा की चोटियों सहित जिला में करीब 23 जगहों पर अवैध रूप से बिजी गई भांग की पौध को नष्ट

हिमाचल की कुल्लू घाटी में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने भांग की खेती को किया नष्ट  

यंगवार्ता न्यूज़ - कुल्लू       20-09-2022

हिमाचल प्रदेश की कुल्लू घाटी में पहली बार केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो(सीबीएन ) ने भांग की खेती को नष्ट किया है। 11,000 फीट ऊंचाई पर मलाणा की चोटियों सहित जिला में करीब 23 जगहों पर अवैध रूप से बिजी गई भांग की पौध को नष्ट किया है। 

यह अभियान नारकोटिक्स ब्यूरो ने जिला में करीब दो सप्ताह तक चलाया। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने 1032 हेक्टेयर से भांग की  खेती को नष्ट करने का दावा किया है। इस अभियान में नारकोटिक्स ब्यूरो ने ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। 

वहीं, कुल्लू प्रशासन के साथ पुलिस की भी मदद ली गई। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के उपनिदेशक डॉ. संजय मीणा ने बताया कि उन्हें जिला कुल्लू में अलग-अलग जगहों पर भांग की खेती का इनपुट मिला था।

इसी के आधार पर उनकी टीम दो सप्ताह से इस अभियान को चलाए हुए थी। उनके अभियान में नष्ट की गई अधिकतर भांग को ऊंचाई वाले इलाकों में बीजा गया था, जो पूरा वन क्षेत्र है। कुछ जगहों पर लोगों ने अपने खेतों में भांग लगाई थी। 

मलाणा गांव के साथ शिल्हा, पीणी, नथान, जाणा, फोजल, नेरी, तोष, जरी, ग्राहण, रूमसू सहित 23 जगहों पर इस अभियान को सफलपूर्वक चलाया गया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपने खेतों में भांग को लगाया गया, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन व पुलिस से बात चल रही है। 

जिला कुल्लू में  केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो को नशे के खिलाफ यह पहला अभियान है। डॉ. मीणा ने कहा कि भविष्य में उन्हें अगर इस तरह के इनपुट मिलते हैं तो भांग की खेती को नष्ट किया जाएगा। फिलहाल उन्होंने 20 सितंबर को अपना अभियान खत्म कर दिया है।