हिमाचल में 50 फीसदी नहीं, सभी बसें चलाने का प्रस्ताव
यंगवार्ता न्यूज़ - शिलाई 15-05-2020
हिमाचल में 50 फीसदी नहीं, बल्कि सभी सरकारी और निजी बसों को चलाने का प्रस्ताव है। परिवहन विभाग और निगम के अफसरों ने सरकार को स्थिति स्पष्ट की है कि अगर 50 फीसदी बसें चलाई जाती हैं तो इससे बसों में सवारियों की भीड़ बढ़ेगी, सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का भी पालन नहीं हो पाएगा।
ऐसे में ज्यादा से ज्यादा बसें चलाकर ही फायदा हो सकेगा। बसों में अति जरूरतमंद लोग ही सफर कर सकें, इसके लिए किराया बढ़ाया जाना आवश्यक है।
अफसरों ने सरकार को यह भी बताया कि 40 सीटर बस में अगर 20 लोगों को बैठाया जाता है तो परिवहन निगम और निजी बस ऑपरेटरों की इनकम में कोई कमी नहीं आएगी।
किराया बढ़ने से ऑपरेटरों को 40 सीट का किराया मिलेगा। वर्तमान प्रदेश में 33 सौ के करीब सरकारी और 31 सौ के करीब प्राइवेट बसें हैं। बसें करीब ढाई महीने से सड़कों पर खड़ी हैं।
ऑपरेटरों को जेब से लोन की किस्तें देनी पड़ रही हैं। ऐसे में 50 निजी ऑपरेटरों की बसें चलना भी मुश्किल हो जाएगा। परिवहन विभाग के निदेशक कैप्टन जेएम पठानिया ने कहा कि हिमाचल के सभी आरटीओ ऑफिस में सैनिटाइजर और मास्क पहुंचा दिए गए हैं।
बसों को दिन में 3 बार सैनिटाइज किया जाएगा। सभी जिला आरटीओ कार्यालय में कोरोना से बचाव करने का सामान उपलब्ध है।