हार की जिम्मेदारी स्वीकारते हुए झलके हरीश रावत के आंसू बोले , मैं अब....... 

विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की हार के साथ ही उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलों का दौर भी शुरू हो गया है

हार की जिम्मेदारी स्वीकारते हुए झलके हरीश रावत के आंसू बोले , मैं अब....... 

 

यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून  11-03-2022
 
विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की हार के साथ ही उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलों का दौर भी शुरू हो गया है। हरीश की यह उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी के लिए भी बड़ा झटका मानी जा रही है। उनके राजनीतिक भविष्य के साथ उन मुद्दों पर भी बहस शुरू हो गई है, जिन्हें वह उठाते रहे हैं। हरीश की मानें तो वह इस पर मंथन करेंगे। आगे क्या करेंगे, यह कहना जल्दबाजी होगा, लेकिन जो भी करेंगे, नई पारी ग्रास रूट से ही शुरू करेंगे। फिलहाल वह जनादेश को स्वीकार करते हुए हार की जिम्मेदारी लेते हैं।
 
हरीश रावत को पार्टी ने चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया था। अघोषित तौर पर वह सीएम पद का चेहरा भी थे, लेकिन इस बार भी भाजपा की आंधी में वह लालकुआं का किला नहीं बचा पाए। वह वर्ष 2017 में दो-दो सीटों से अपनी हार का बदला लेना चाहते थे, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए। हरीश की मानें तो अब इन बातों पर मंथन करने का समय आ गया है कि जिन मुद्दों को उठाते रहे हैं, क्या वह उत्तराखंड की जनता के वास्तविक सवाल हैं भी या नहीं।
 
हरीश ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंडियत के मुद्दे उठाए, उन्होंने रोजगार , भ्रष्टाचार और गैरसैंण का मुद्दा उठाया। वह राज्य में चकबंदी की बात करते हैं। लालकुआं विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व सीएम हरीश रावत ने हार के बाद सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश जारी किया है। उन्होंने लिखा, मैं लालकुआं क्षेत्र के लोगों से ( बिंदुखत्ता, बरेली रोड के सभी लोगों से ) क्षमा चाहता हूं कि मैं उनका विश्वास अर्जित नहीं कर पाया और जो चुनावी वादे मैंने उनसे किए, उनको पूरा करने का मैंने अवसर खो दिया है।