यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 02-01-2021
जिला सिरमौर, शिमला व उतराखंड राज्य के अराध्य देव शिरगुल महाराज की तपोस्थली चूड़धार में लाखों श्रद्वालुओं की सुविधा के लिए सुविधाओं के कार्यो को गति दी जाएगी।
वहीं इस वर्ष दो वर्षो से कोरोना काल के चलते स्थगित चूड़ेश्वर सेवा समिति का वार्षिक अधिवेशन भी आयोजित किया जाएगा। जोकि 17 अप्रैल को शिमला के तहसील कुपवी में होगा।
यह निर्णय रविवार को नाहन के एसवीएन पब्लिक स्कूल सभागार में आयोजित चूड़ेश्वर सेवा समिति की केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया है। चूड़ेश्वर सेवा समिति की केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक समिति के अध्यक्ष रिटायर्ड आईएएस भागमल नैंटा की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
जिसमें आधा दर्जन से अधिक इकाइयों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। वहीं समिति ने निर्णय लियाहै कि चूड़धार धाम में आयोजित होने वाले समिति के लंगर को प्रदेश सरकार की अनुमति के बाद ही आरम्भ किया जाएगा। वहीं इस दौरान चूड़धार में निर्माण कार्यो को अब सक्रियता के साथ गति दी जाएगी। ताकि देश प्रदेश से आने वाले श्रद्वालुओं और पर्यटकों को सुविधाएं प्रदान की जा सके।
समिति ने कहा है कि चूड़धार धाम में 11969फूट की उंचाई पर तैयार हो रही मंदिर सराय के जीर्णोद्धार को गति दी जाएगी। वहीं तब तक यहां पर आयोजित होने वाले लंगर व्यवस्था को कायम रखना संभव नहीं होगा। लिहाजा आने वाले श्रद्धालुओं से भी इस दौरान सहयोग की अपील की जा रही है।
इसके अलावा केन्द्रीय कार्यकारिणी ने निर्णय लिया है कि आस्था के प्रमुख केन्द्र चूड़धार में पेयजल व्यवस्था व लिफ्ट योजना को जलशक्ति विभाग के माध्यम से दुरूस्त करवाया जाएगा। जबकि यहां ठहराव के नवनिर्मित भवन में 250 गददे व कम्बल चूड़ेश्वर सेवा समिति की बजट उपलब्ध कर खरीद करेगी।
चूड़ेश्वर सेवा समिति के प्रेस सचिव सुनील शर्मा, अध्यक्ष समिति बीएम नैंटा , प्रोफेसर अमर सिंह चौहान आदि ने बताया कि चूड़धार में केन्द्र सरकार के रोप वे प्रोजैक्ट का समिति स्वागत करती हैं। वहीं उम्मीद करती है कि 250 करोड के रोप वे को केन्द्र सरकार जल्द डीपीआर तैयार करवाए।
वहीं समिति पदाधिकारियों ने कहा है कि बार बार श्रद्धालुओं से विपरीत मौसम के दौरान चूड़धार यात्रा से बचने का आग्रह किया जाता है। बावजूद इसके कुछ लोग यहां पर विपरीत परिस्थितियों में आने का रिस्क लेते है। लिहाजा ऐसी प्रैक्टिस से स्वयं बचें।