24 घंटों में 230 की जिंदगी लील गया कोरोना , देश में 1.90 लाख संक्रमितों का आंकड़ा
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 01-06-2020
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लॉकडाउन के ढील के साथ-साथ बढ़ते जा रहे हैं। देश में पिछले 24 घंटों में 8,392 नए कोविड-19 के मामले सामने आए हैं और 230 मौतें हुईं। विशेषज्ञ का मानना है कि अगले महीने महामारी चरम पर होगी।
देश में अब कुल मामलों की संख्या 1,90,535 हो गई है। इसमें 93322 सक्रिय मामले और 91819 ठीक हुए लोग शामिल हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, अब तक कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आकर 5394 लोगों की मौत हो चुकी है।
महाराष्ट्र में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं, जहां अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से 2286 लोगों की मौत हो चुकी है। सूबे में संक्रमितों की संख्या 67655 पहुंच गई है। महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में 2487 नये मामलों की पुष्टि हुई है और 89 मौतें दर्ज की गई हैं। इधर, पुलिसकर्मियों के कोरोना संक्रमित होने के मामले भी लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं।
महाराष्ट्र के अलावा, तमिलनाडु, दिल्ली और गुजरात में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहा हैं। तमिलनाडु में संक्रमितों की संख्या 22333 पहुंच गई है। हालांकि, राहत की बात यह है कि यहां कोविड-19 से जान गंवाने वालों की संख्या सिर्फ 173 है और यहां 9403 लोग इस जानलेवा वायरस से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
इधर, देश की राजधानी में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बीस हजार के करीब 19844 पहुंच गए हैं। संक्रमण से मरनेवालों की संख्या भी 473 पहुंच गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है, सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है।
वहीं, गुजरात में कोरोना वायरस संक्रमण के 16779 मामले सामने आ चुके हैं। यहां चिंता का विषय संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या है। अब तक गुजरात में कोरोना से 1038 लोगों की मौत हो चुकी है। चार चरणों के बाद आज से देश में लॉकडाउन नहीं अनलॉक के दिशानिर्देश प्रभावी हो गए हैं।
शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 30 जून तक अनलॉक-1 के लिए जारी दिशानिर्देश में गतिविधियों को आगे बढ़ाने की चाबी राज्यों के हाथ में दी थी। राज्यों ने स्थानीय परिस्थितियों के हिसाब से अगले 30 दिनों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) जारी करते हुए इस दिशा में कदम भी बढ़ा दिया है। हालांकि, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए काफी चीजें बंद रखने का फैसला लिया गया है।