अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 66 वां राष्ट्रीय अधिवेशन संघ भूमि नागपुर में हुआ संपन्न 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 66 वां राष्ट्रीय अधिवेशन संघ भूमि नागपुर में हुआ संपन्न 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   02-01-2021

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 66 वां राष्ट्रीय अधिवेशन 25 व 26 दिसंबर को संघ भूमि नागपुर में संपन्न हुआ। प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि यह अधिवेशन विद्यार्थी परिषद के इतिहास का सबसे ऐतिहासिक अधिवेशन रहा। जहां एक तरफ कोरोना महामारी की वजह से प्रत्यक्ष रूप से केवल 200 कार्यकर्ता ही उपस्थित हो सके। 

वहीं दूसरी तरफ ऑनलाइन राष्ट्रीय अधिवेशन कार्यक्रम के रूप में पूरे देश भर से 1,02,072 छात्रों ने अलग-अलग स्थानों पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शिक्षा और युवा सशक्तिकरण से जुड़े विषयों पर 4 प्रस्ताव भी पारित किए।

जिसमें की राष्ट्रीयता का भाव परिलिक्षित करती राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हो शीघ्र क्रियान्वयन, राष्ट्रीय परिदृश्य, आत्मनिर्भरता से समृद्धि को ओर अग्रसर भारत, विशिष्ट संस्कृति व जीवन पद्धति के द्वारा कोरोना महामारी से विजय पाता भारत यह चार प्रस्ताव इस अधिवेशन में सर्वसम्मति के साथ पारित किए गए। 

अधिवेशन की शुरुआत में निर्वाचन प्रक्रिया के तहत प्रोफेसर छगनभाई पटेल को राष्ट्रीय अध्यक्ष  तथा सुश्री निधि त्रिपाठी को पुनः राष्ट्रीय महामंत्री नियुक्त किया गया। इस अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भैया जी जोशी ने मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की। 

वहीँ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा हर वर्ष प्रोफेसर यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार हर वर्ष नवीन प्रयोग करने वाले युवा को दिया जाता है जो अपने क्षेत्र में विशिष्ट कार्य कर रहे हों ऐसा ही इस वर्ष का यशवंत राव केलकर युवा पुरस्कार बिहार के मुनीश कुमार को प्राकृतिक खेती के लिए दिया गया। 

जिन्होंने अपनी संस्था बैक टू विलेज के नाम से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देते हुए बहुत से युवाओं को अपने गांव में ही रोजगार उपलब्ध करवाया पुरस्कार समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उपस्थित रहे। 

66वें अधिवेशन में विद्यार्थी परिषद द्वारा पारित पहले प्रस्ताव के तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के शीघ्र क्रियान्वयन के लिए केंद्र सरकार के समक्ष मांग रखी गई। इस प्रस्ताव के तहत विद्यार्थी परिषद ने विभिन्न पिछड़े और कमजोर वर्गों के लिए शिक्षा क्षेत्र में विशेष छूट, भारत केंद्रित पाठ्यक्रम का निर्माण, अनुसंधान के लिए बजट बढ़ाने और शिक्षा क्षेत्र के लिए 6% बजट के आवंटन शिक्षकों के प्रशिक्षण और उनके लिए ध्यान देने की मांग की।

राष्ट्रीय अधिवेशन में पारित " राष्ट्रीय परिदृश्य" शीर्षक के दूसरे प्रस्ताव के तहत विद्यार्थी परिषद ने केंद्र सरकार द्वारा राम मंदिर निर्माण, नागरिकता संशोधन अधिनियम, भारतीय सेना की दुश्मन सेनाओं पर काबू पाने जैसे कई सकारात्मक बदलावों का स्वागत किया है। 

तीसरे प्रस्ताव "आत्मनिर्भरता से समृद्धि की ओर अग्रसर भारत" के तहत विद्यार्थी परिषद ने स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे और लघु व सूक्ष्म उद्योगों में किए जा रहे सकारात्मक प्रयासों में संतोष व्यक्त किया। भारत में कुछ समय पूर्व तक जहां सैनिटाइजर, पीपी ई किट एवं वेंटिलेटर का निर्माण नगण्य था, वही आज लाखों की संख्या में भारत के अंदर ही इनका उत्पादन हो रहा है। 

रक्षा मंत्रालय द्वारा डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना कर 101 हथियारों की सूची तैयार करके जिन्हें विदेश से ना खरीद कर भारत में बनाया जाएगा जिससे युवाओं में तकनीकी क्षेत्र में नए स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। आत्मनिर्भर भारत के तहत लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों को बढ़ावा देते हुए रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं एवं बाजार में स्वदेशी उत्पादों की मांग भी बढ़ रही है। 

चौथे प्रस्ताव "विशिष्ट संस्कृति व जीवन पद्धति के द्वारा करो ना महामारी से विजय पाता भारत" शीर्षक में भारत के प्राचीन ज्ञान, परंपराओं और जीवन मूल्य, वैश्विक कल्याण की भावना, योग इत्यादि के संबंध में भारत की वैश्विक स्तर पर स्वीकार्यता बढ़ी है।

भारत का विचार "सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः" इस विचार को चरितार्थ करते हुए वैश्विक आपदा के दौरान स्वयं के प्राण की चिंता ना करते हुए सभी सुखी रहे, सभी रोग मुक्त रहें ऐसी सोच के साथ देश के कोरोना योद्धाओं जैसे चिकित्सकों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों, मीडिया कर्मी पुलिस प्रशासन, सफाई कर्मचारी व प्रशासनिक अमले द्वारा राष्ट्र सेवा में कार्य किया गया यह अत्यंत हर्ष का विषय है। 

इस मुश्किल घड़ी में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा भी आगे आकर समाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर समाज के प्रति अपने कर्तव्य को निभाने के लिए जो कार्य किया गया वह भी सराहनीय एवं गौरवान्वित करने योग्य है। कार्यकर्ताओं द्वारा सेवा गतिविधि,  अलग-अलग स्थानों पर रक्तदान शिविर, कोरोना से संबंधित जांच में स्वयंसेवक के रूप में कार्य, वस्त्र वितरण, परिषद की पाठशाला जैसे अनेक माध्यमों से सेवा कार्य किए गए।

इस अधिवेशन में हिमाचल प्रदेश के संबंधित भी कई नवीन घोषणाएं की गई। जिसमें की गौरव अत्री को विद्यार्थी परिषद के प्रदेश संगठन मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।

चंबा जिले के पांगी क्षेत्र से संबंध रखने वाले जीत सिंह को राष्ट्रीय मंत्री, डॉ आलोक पांडे को शोध कार्य प्रमुख तथा डॉ नागेश ठाकुर राष्ट्रीय कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य व डॉ नितिन व्यास, कोमल वैक्टा, आशीष शर्मा, तिलक ठाकुर, अभिषेक को राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया।

इस प्रेस वार्ता में प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा के साथ प्रदेश सह मंत्री विक्रांत चौहान और शिल्पा कुमारी तथा जिला संयोजक मयंक मौजूद रहे।