यंगवार्ता न्यूज़ - पालमपुर 31-03-2021
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बुधवार काे सीएसआइआर - हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर का दौरा किया। उन्हाेंने संस्थान के शोध कार्यों एवं प्रक्षेत्र गतिविधियों का अवलोकन किया एवं विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने संस्थान के कार्यों एवं उपलब्धियों की सराहना की तथा आशा व्यक्त की कि संस्थान राज्य के किसानों की आय बढ़ाने तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में अपना सक्रिय योगदान देगा। उन्होंने संस्थान को राज्य सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन भी दिया।
संस्थान निदेशक डाॅ. संजय कुमार ने मंत्री का स्वागत करते हुए संस्थान की शोध एवं विकास उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी। अपने प्रस्तुतिकरण में उन्होंने बताया कि पुष्प खेती के क्षेत्र में भी संस्थान अग्रणी भूमिका निभा रहा है। पुष्प खेती एवं शहद उत्पादन के क्षेत्र में हजारों लोगों को जोड़ा जा रहा है।
राज्य के लाहौल और स्पीति जिला में हींग तथा चंबा, कुल्लू और मंडी जिलों में केसर की खेती के लिए किसानों को रोपण सामग्री को उपलब्ध कराने के साथ-साथ व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण ‘मसाला फसलों की खेती के कार्यक्रम’ का भी शुभारंभ किया जा चुका है।
इसकी सफलता से न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा अपितु किसानों की आय में भी वृद्धि होगी। जिससे ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को सिद्ध करने में सहायता मिलेगी। संस्थान, हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में जंगली गेंदे, दमस्क गुलाब, नींबू घास, सुगंधबाला आदि जैसे सुगंधित फसलाें की खेती और प्रसंस्करण के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
इससे किसान परंपरागत फसलों की अपेक्षा अधिक आय प्राप्त करके आत्मनिर्भता की ओर बढ़ रहे हैं। संस्थान निदेशक ने बताया कि संस्थान ने पोषण के लिए आयरन, प्रोटीन और फाइबर युक्त उत्पादों को भी विकसित किया है। विटामिन डी से भरपूर सिटाके मशरुम केप्सूल तैयार करके इसकी खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।