अब मेडिकल के लिए नहीं जाना पड़ेगा अस्पताल , दुष्कर्म टेस्ट किट से पीड़िता की अब मौके पर ही होगी जांच

अब मेडिकल के लिए नहीं जाना पड़ेगा अस्पताल , दुष्कर्म टेस्ट किट से पीड़िता की अब मौके पर ही होगी जांच

यंगवार्ता न्यूज़ - देहरादून 28-07-2020

दुष्कर्म पीड़िता की मेडिकल जांच में होने वाली लेटलतीफी अब बीते दिनों की बात होगी। टेस्ट किट के जरिये पीड़िता की मौके पर ही मेडिकल जांच होगी और उन्हें जल्द इंसाफ मिल सकेगा।

इसके लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से सूबे के सभी थानों और कोतवाली में टेस्ट किट भेजी गई है। महिला दरोगा घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़िता की तुरंत जांच करेंगी। जल्द सभी थानों और कोतवाली में तैनात महिला दरोगाओं को फोरेंसिक ट्रेनिंग दी जाएगी।

अक्सर दुष्कर्म पीड़िता को इंसाफ के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ती है। कई बार संवेदनशील मामलों में मेडिकल टेस्ट में लेटलतीफी भी इसका कारण बनती है। दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए पुलिस मुख्यालय की ओर से प्रदेश के सभी थानों और कोतवाली को दुष्कर्म जांच किट उपलब्ध कराई गई है।

थानों और कोतवाली में तैनात महिला दरोगा किट लेकर घटनास्थल पर जाएंगी और तत्काल पीड़िता की जांच करेंगी। इसके बाद वह सैंपल अस्पताल भेजा जाएगा। इसके आधार पर एक्सपर्ट डॉक्टर रिपोर्ट तैयार करेंगे। ऐसे में पीड़िता को मेडिकल के लिए अस्पताल भी नहीं जाना पड़ेगा।

दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न के मामलों में देरी होने पर पीड़िता के शरीर के साथ ही मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ता है। यही नहीं, अस्पताल जाकर मेडिकल कराने में उन्हें कई बार असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है।

इसी प्रक्रिया को आसान बनाने और जल्द जांच के उद्देश्य से विशेष टेस्ट किट तैयार की गई है। इसमें टेस्ट ट्यूब और बोतलों के सेट हैं। एसएसपी डी. सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने बताया कि पुलिस मुख्यालय की ओर से जिले के सभी थानों और कोतवाली में दुष्कर्म जांच किट भेजी गई है।

इस जांच किट से पुलिस और पीड़िता को मदद मिलेगी। रेपिस्ट के खिलाफ साक्ष्य जुटाकर त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी। किट को बारीकी से समझने के लिए जल्द ही महिला दरोगाओं की ट्रेनिंग शुरू कराई जाएगी।