आम जवानों की तर्ज पर अग्निवीरों को भी मिलेगी सहूलियतें , शायदत पर एक करोड़ का बीमा : सेना प्रमुख 

अग्निपथ योजना के विरोध में चल रहे प्रदर्शन से निपटने के लिए बैठकों का दौर लगातार जारी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तीनों सेनाओं के प्रमुख दृढ़ता से डटे हुए हैं

आम जवानों की तर्ज पर अग्निवीरों को भी मिलेगी सहूलियतें , शायदत पर एक करोड़ का बीमा : सेना प्रमुख 

न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली  19-06-2022


अग्निपथ योजना के विरोध में चल रहे प्रदर्शन से निपटने के लिए बैठकों का दौर लगातार जारी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तीनों सेनाओं के प्रमुख दृढ़ता से डटे हुए हैं। वहीं इस बीच सेना ने साझा प्रेस वार्ता कर इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि यह योजना काफी विचार-विमर्श करके लाई गई है। 
 
 
दो साल से इस योजना पर चर्चा चल रही थी। इस योजना का उद्देश्य युवाओं के जोश-होश के बीच तालमेल बनाना है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं के लिए फायदेमंद है। सभी अग्निवीरों को आम जवानों की तरह फायदे मिलेंगे। उन्होंने कहा कि आज की तुलना में अग्निवीरों को ज्यादा अलाउंस और सुविधाएं मिलेंगी। सेवानिवृत्ति के सवाल पर अनिल पुरी ने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं में समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे? 
 
 
उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं के भविष्य के लिए सोच-समझकर उठाया गया कदम है। अनिल पुरी ने कहा कि देश की सेवा में बलिदान देने वाले अग्निवीरों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा। अग्निवीरों को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। 
 
 
इन सब के बीच भारतीय वायुसेना ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती करने के लिए विवरण जारी किया है। इस विवरण में वायुसेना ने बताया है कि अग्निपथ सशस्त्र बलों के लिए एक नई मानव संसाधन प्रबंधन योजना है। इस योजना के माध्यम से शामिल किए गए उम्मीदवारों को अग्निवीर कहा जाएगा। इनकी भर्ती वायु सेना अधिनियम 1950 के तहत चार वर्षों के लिए की जाएगी। 
 
 
देश के सभी हिस्सों से उम्मीदवारों को अग्निवीर के रूप में नामांकित करने का प्रयास किया जाएगा। इस भर्ती में 17.5 वर्ष से 21 वर्ष तक के उम्मीदवार शामिल हो सकेंगे। यह भर्ती चार सालों के लिए होगी। इसके बाद परफॉर्मेंस के आधार पर 25 फीसदी कर्मियों को वापस से रेगुलर कैडर के लिए नामांकित किया जाएगा। बता दें कि उम्मीदवारों को सशस्त्र बलों में आगे नामांकन के लिए चुने जाने का कोई अधिकार नहीं होगा। 
 
 
चयन सरकार का अनन्य क्षेत्राधिकार होगा। मेडिकल ट्रेडमैन को छोड़कर भारतीय वायु सेना के नियमित कैडर में एयरमैन के रूप में नामांकन केवल उन्हीं कर्मियों को दिया जाएगा, जिन्होंने अग्निवीर के रूप में अपनी सेवा की अवधि पूरी कर ली है। चार साल के लिए वायु सेना में भर्ती , हर साल 30 दिन की छुट्टी मिलेगी ,सिक लीव भी मिलेगा , हर महीने 30 हजार की सैलरी , 
 
 
हर साल इन्क्रीमेंट , रिस्क, ट्रेवल, ड्रेस और हार्डशिप अलाउंस , कैंटीन सुविधा और मेडिकल सुविधा, चार साल के बाद अग्निवीरों को 10.04 लाख सेवा निधि के रूप में , असम राइफल्स और सीएपीएफ में नौकरियों में वरीयता , शहादत पर परिवार को बीमा समेत करीब एक करोड़ की राशि , विकलांगता पर  एक्स-ग्रेशिया और बची हुई नौकरी की सैलरी और सेवा निधि , वायुसेना की गाइडलाइन के अनुसार ऑनर और अवॉर्ड।