इतिहास में पहली बार बंद हुए चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट, आपातकाल जैसे हालात
यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना 17-March-2020
कोरोना वायरस के चलते चिंतपूर्णी मंदिर बंद हो जाने से स्थिति आपातकालीन जैसी हो गई है। इतिहास में ऐसी विकट परिस्थिति पहली बार ही पैदा हुई है कि सरकार को अनिश्चित काल के लिए मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद करने पड़े हैं।
लेकिन जिंदगी से मूल्यवान कुछ नहीं है। सरकार की इस नीति की सराहना भी की जा रही है। व्यापारिक कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है।
सुबह 10 बजे मंदिर बंद हुआ तो 11 बजे के बाद बाजार पूरी तरह से खाली हो चुका था। सुरक्षा कर्मियों ने मंदिर की पौड़ियों पर बैरिकेड लगा कर श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी।
ज्यादातर श्रद्धालुओं को भरवाईं से ही वापस जाने की सलाह दी जा रही थी। बाजार में श्रद्धालु न होने के कारण दुकानदार दिन भर खाली बैठने को मजबूर रहे।
व्यापार मंडल के प्रधान वासुदेव पाधा, केसर गर्ग, रमेश चंद स्थानीय दुकानदार जीवन कालिया, कुंदन गर्ग, सुशील, सतीश कालिया, राजेश, निरंजन, नवीन शर्मा, संजीव रत्न, सुनील पाधा आदि ने बताया कि मंदिर बंद होने से व्यापार तो प्रभावित हुआ है, लेकिन जीवन से बढ़ कर कुछ भी नहीं है। बहरहाल, बाजार में पूरी तरह से सन्नाटा पसर गया है।