ईआरपी की पर करोड़ों का खर्च करने के बाद भी ईआरपी की गोपनीयता का उलंघन : एवीबीपी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 02-09-2021
विश्वविद्यालय ईआरपी में लगातार गड़बड़ियों को देखते हुए विद्यार्थी परिषद् ने अधिष्ठाता अध्ययन का घेराव किया। मीडिया को जानकारी देते हुए इकाई अध्यक्ष विशाल सकलानी ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को ईआरपी से मिली झूठी थपथपाहट मीठी लगने लगी है। प्रदेश विश्वविद्यालय ईआरपी. में गड़बड़ियों का स्तर बढ़ गया है।
उन्होंने बताया कि पहले तो प्रशाशन टेस्टिंग के नाम पर प्रशाशन ने छात्रों का गलत परिणाम घोषित करता आया है। लेकिन इस बार तो बिना टेस्टिंग के टोरेंट सॉफ्टवेयर से रिजल्ट छात्र डाउनलोड कर रहे हैं।
पूरे प्रदेश के छात्रों को एक बार फिर मानसिक तनाव जैसी स्थिति में डाल दिया है, लेकिन रिजल्ट में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से परिणाम घोषित हुए बिना किसी अन्य सॉफ्टवेयर से लिंक बदल कर जैसे परिणाम डाउनलोड हो रहे हैं।
यह परिणामों की गोपनीयता पर सवाल खड़ा करता है और ईआरपी को एक बार फिर सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। एवीबीपी लम्बे समय से मांग उठा रही है की विश्वविद्यालय की ऑनलाइन प्रणाली को सुदृढ़ किया जाए ।
अगर ऐसे ही टेस्टिंग के नाम पर विश्वविद्यालय गलत परिणाम घोषित करने लगे और मात्र एक टोरंट एप्लिकेशन में आसानी से परिणाम मिल जाने लगे तो ऐसे में विश्वविद्यालय की ई आर पी / ऑनलाइन प्रणाली की गुणवत्ता और गोपनीयता का स्तर गिरता नजर आता है। प्रसाशन ने ईआरपी के लिए करोड़ों का बजट निकाल कर वाहवाहियां लूटी लेकिन वास्तव में परिणाम हम आपके सामने हैं।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद लंबे समय से प्रशाशन के सामने ईआरपी की खामियों को लेकर सचेत करने का काम कर रही है। विद्यार्थी परिषद के बार बार ईआरपी की खामियों को दूर करने की मांग उठाने के बावजूद खामियों का स्तर बढ़ा है।