एक तरफ कोरोना संकट , दूसरी और टूर्नामेंट करवा रहा शिक्षा विभाग , बड़ी अनहोनी को दे रहा न्योता 

हिमाचल प्रदेश देश के उन छह राज्यों में शुमार है, जहां कोरोना की रफ्तार सबसे ज्यादा और डराने वाली है। फिर भी उच्च शिक्षा विभाग इसे नजर अंदाज करते हुए स्कूलों में खेल प्रतियोगिताएं करवा रहा है

एक तरफ कोरोना संकट , दूसरी और टूर्नामेंट करवा रहा शिक्षा विभाग , बड़ी अनहोनी को दे रहा न्योता 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  02-08-2022
 
हिमाचल प्रदेश देश के उन छह राज्यों में शुमार है, जहां कोरोना की रफ्तार सबसे ज्यादा और डराने वाली है। फिर भी उच्च शिक्षा विभाग इसे नजर अंदाज करते हुए स्कूलों में खेल प्रतियोगिताएं करवा रहा है। छात्र और छात्रा वर्ग में अंडर-19 ज़ोनल टूर्नामेंट प्रदेशभर में शुरू हो गया है। 
 
 
टूर्नामेंट के दौरान स्कूलों में खूब भीड़ जुट रही है। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा और भी बढ़ गया है। थोड़ी सी भी लापरवाही बच्चों की सेहत पर भारी पड़ सकती है। बेशक शिक्षा विभाग ने टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर एसओपी जारी की है , लेकिन टूर्नामेंट के दौरान भीड़ में बच्चे क्या एसओपी का पालन कर पाएंगे? कैसे बच्चे खाना-पीना व रात्रि ठहराव करेंगे? यह सवाल परिजनों को भी डरा रहा है। 
 
 
एक तरफ कोरोना राज्य सरकार ने संक्रमण रोकने के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। दूसरी तरह टूर्नामेंट में बच्चों को इकट्ठा किया जा रहा है। राहत की बात यह है कि प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने छोटे बच्चों की जिला स्तरीय प्रतियोगिता को फिलहाल टाल दिया है। हिमाचल में एक महीने पहले यानी 1 जुलाई को कोरोना के एक्टिव केस मात्र 671 थे। आज सक्रिय मामले बढ़कर 5572 हो गए हैं। 
 
 
एस एक माह की अवधि में 22 लोगों की कोरोना से मृत्यु भी हो चुकी है। राज्य में अब तक 4144 लोगों की जान कोरोना से चली गई है। इसी तरह एक जुलाई को कुल कोरोना मामले 286371 थे। अब इनकी संख्या भी बढ़कर 300380 हो गई है। यानी एक महीने में 14009 नए मामले सामने आए हैं। बीते कल की संक्रमण दर भी 17 फीसदी के करीब है और तीन व्यक्तियों की मौत हुई है।