लाडलों की लाशे देखकर बिलख बिलख पड़े परिजन , चीत्कार से देहली देव भूमि 

गोविंद सागर झील में सात युवकों के डूबने से हुई मौत मामले के बाद शवों का पोस्टमार्टम आज सुबह रीजनल अस्पताल ऊना में हुआ। मृतक युवकों के परिजन सुबह सवेरे ही अस्पताल परिसर में पहुंचना शुरू हो गए थे

लाडलों की लाशे देखकर बिलख बिलख पड़े परिजन , चीत्कार से देहली देव भूमि 

यंगवार्ता न्यूज़ - ऊना  02-08-2022
 
गोविंद सागर झील में सात युवकों के डूबने से हुई मौत मामले के बाद शवों का पोस्टमार्टम आज सुबह रीजनल अस्पताल ऊना में हुआ। मृतक युवकों के परिजन सुबह सवेरे ही अस्पताल परिसर में पहुंचना शुरू हो गए थे। वहीं अस्पताल में बेहद गमगीन माहौल के बीच मातमी चीत्कार हर किसी का दिल जला रही थी। बनूड़ से आए तमाम लोगों में वार्ड 11 के पार्षद भजन लाल नंदा भी विशेष रूप से पहुंचे। 
 
 
गौरतलब है कि गोविंद सागर झील में हुई घटना के दौरान जान गवाने वाले सभी युवा पंजाब के बनूड़ के रहने वाले थे।  बनूड़ वार्ड नंबर 11 के पार्षद भजन लाल नंदा ने बताया कि उन्हें मिली जानकारी के मुताबिक उनके वार्ड के करीब 11 युवक पीर निगाह पर माथा टेकने के बाद बाबा बालक नाथ जाने के लिए गोविंद सागर झील के किनारे मोटर बोट से झील पार करने का प्रयास में थे। इसी दौरान कुछ युवक नाविक से बात करने के लिए गए हुए थे। 
 
 
 
वहीं झील के किनारे खड़े युवकों में से एक का पैर फिसलने से वह गोविंद सागर झील में गिर गया और उसी को बचाने के चक्कर में चेन बनाकर गोविंद सागर झील में छह अन्य युवक भी अपनी जान गंवा बैठे। हालांकि सोनू नाम का 8वां युवक जो झील में उतरा था उसे साथ के अन्य युवकों ने कड़ी मशक्कत के बाद बचा लिया था। बनूड़ से ही मृतक युवकों के शव ले जाने के लिए पहुंचे उनके पड़ोसी कृष्ण कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही बनूड़ में माहौल बेहद गमगीन है। 
 
 
न केवल मृतकों के घरों में अपितु पूरे शहर में इस घटना के बाद से लोग मातम में हैं। वहीं हादसे के बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है। डीसी ऊना राघव शर्मा ने इस हादसे की जांच के लिए अतिरिक्त दंडाधिकारी ऊना को जांच अधिकारी लगाया है। डीसी ऊना राघव शर्मा ने बताया कि एडीएम संबंधित पक्षों को जांच में शामिल करेंगे और उन्हें इसकी रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर देने के निर्देश दिए गए हैं। 
 
 
उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसे हादसे रोकने के लिए भी एडीएम को उपाय सुझाने को भी कहा गया है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन कानून-2005 की धारा 33 व 34 के तहत आगामी आदेशों तक अंदरौली में झील के किनारों पर किसी के भी जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने कहा इन आदेशों की अनुपालना के लिए एसपी ऊना को पर्याप्त सुरक्षा बल सही स्थानों पर तैनात करने के आदेश दिए गए हैं।