एचपीयू में असिस्टेंट प्रोफेसर बने गिरिपार के भटेयूड़ी के किसान के बेटे गोपाल 

पिता के साथ शिमला में मजदूरी के साथ सायं कालीन महाविद्यालय कोटशेरा से की स्नातक

एचपीयू में असिस्टेंट प्रोफेसर बने गिरिपार के भटेयूड़ी के किसान के बेटे गोपाल 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - शिलाई 11-02-2022
 
जरूरी नहीं कि भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान जैसे विषय ही आपकी सफलता की गारंटी बने। आप अपने किसी भी रूचि पूर्ण विषय में करियर बना सकते हैं। अच्छा स्कूल निजी कॉलेज भी आपकी सफलता की एकमात्र गारंटी नहीं है। यहां एचआरटीसी के वाक्यांश सतत साधना सजग साधना की अनायास याद आ गई। यदि आप अपने पेशे के प्रति ईमानदार है और लगातार अथक प्रयास करने का मादा रखते हैं तो आप सफलता का आकाश छू सकते हैं।
 
जिला सिरमौर के दुर्गम पंचायत बकरास गांव भटयूडी के एक छोटे से गांव में मजदूर के बेटे गोपाल शर्मा ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक (असिस्टेंट प्रोफेसर ) बनकर साबित किया कि लगातार प्रयास एवं धैर्य से असंभव को भी संभव में बदला जा सकता है। जमा दो तक की परीक्षा दुर्गम क्षेत्र के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बकरास से प्राप्त करने के पश्चात अपने मेहनतकश पिता के साथ शिमला में मजदूरी के साथ सायं कालीन एवं राजकीय महाविद्यालय कोटशेरा शिमला से स्नातक शिक्षा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संगीत विषय में स्नातकोत्तर करने के बाद  एमफिल नेट, सेट की प्रतियोगी परीक्षाएं पास की तथा अब  इसी विश्वविद्यालय से संगीत विषय में डॉक्टरेट पीएचडी की डिग्री हासिल कर रहे हैं।
 
 
सफलता के मायने और भी बड़े हो जाते हैं यदि आप प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करके आगे बढ़े हो। संदेश साफ है सरस्वती की साधना करके आप अपने जीवन की विषमता को समता में और अभाव को प्रभाव में बदल सकते हैं।