एडवोकेट विश्व चक्षु के भेजे लिगल नोटिस का अभिनेत्री उर्मिला ने दिया जबाब बोली , लोगों को आहत करना नहीं था मकसद
यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 14-10-2020
देवभूमि व वीरभूमि हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के एडवोकेट विश्व चक्षु के भेजे लिगल नोटिस का बॉलीवुड अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने जबाब व स्पष्टीकरण दिया है। जिसमें उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से लिगल नोटिस के जबाब में कहा है कि हिमाचल पवित्र और महान राज्य है। उन्होंने कहा कि महान राज्य हिमाचल प्रदेश व यहां के लोगों के खिलाफ निदांनात्मक ब्यान नहीं दिया है।
अभिनेत्री उर्मिला ने कहा कि उनका हिमाचल के भोले-भाले लोगों को आहत करने का कोई इरादा नहीं था। उर्मिला ने अपने ब्यान के स्पष्टीकरण में एडवोकेट विश्व चक्षु को स्पष्ट किया है कि उनके ब्यान का इरादा समाज के असमाजिक तत्वों व ड्रग माफिया को लेकर था, जोकि देश के युथ को नशे की ओर धकेल रहे हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया है कि हिमाचल के लोगों की भावनाओं को वह बिल्कुल भी ठेस नहीं पहुंचाना चाहती थी। एडवोकेट विश्व चक्षु ने ड्रग से जोड़कर हिमाचल पर दी गई टिपणी पर उर्मिला को लिगल नोटिस भेजा था। इसके बाद दो सप्ताह के भीतर ही उर्मिला मातोंडकर ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से जबाब भेजा है। बॉलीबुड में ड्रग को लेकर छिड़े विवाद को लेकर अभिनेत्री उर्मिला मातोड़कर ने कंगना रानौत पर निशाना साधते हुए एक ब्यान दिया था।
जिससे हिमाचल प्रदेश भर में आक्रोश था, इसी बात को लेकर देवभूमि-वीरभूमि हिमाचल के धर्मशाला के अधिवक्ता विश्व चक्षु ने लिगल नोटिस भेजा था। इसी के जबाब में उर्मिला मातोंडकर ने अपने ब्यान को लेकर स्पष्टीकरण दिया है। उन्हीने स्पष्ट किया है कि हिमाचल प्रदेश, यंहा के लोगों व उनकी विश्वसनीयता को पूरे विश्व की नज़रों में गिराने का कोई इरादा नहीं था।
उर्मिला ने कहा कि ब्यान में हिमाचल को लेकर कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही थी, जिससे कि पवित्र राज्य के पर्यटन को कोई नुकसान पहुंचे। उन्होंने कहा कि उनकी नज़र में देश के सभी राज्यों सहित हिमाचल भी पवित्र राज्य है।
अधिवक्ता विश्व चक्षु का कहना है कि हिमाचल को लेकर दिए गए ब्यान से पूरे राज्य के लोग आहत थे, जिसे लेकर लिगल नोटिस भेजा गया था। उर्मिला मातोंडकर ने ब्यान को लेकर जबाब दिया है, जिसमें उन्होंने हिमाचल को महान व पवित्र राज्य कहते हुए कहा है कि यंहा लोगों की भावनाओं, पर्यटन, पवित्रता व विश्वसनीयता को आहत करने का उनका कोई इरादा नहीं था। विश्व चक्षु ने कहा कि वह अब कोर्ट में केस नहीं करेंगे, लेकिन आगामी समय में भी उन्हें शब्दों का सही से प्रयोग करने का मशावरा अवश्य देंगे।