कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी को लिखे पत्र से कांग्रेसी नेताओं की खुली पोल

कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी को लिखे पत्र से कांग्रेसी नेताओं की खुली पोल

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  13-05-2021

भाजपा प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा द्वारा कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी को लिखे पत्र से कांग्रेसी नेताओं की पोल खुल गई है।

उन्होंने कहा कि जगत प्रकाश नड्डा के इस पत्र से कांग्रेस नेताओं की संवेदनहीनता, नकारात्मक दृष्टिकोण व संकुचित मानसिकता उजागर हुई है।

पत्र के माध्यम से सोनिया गांधी को एहसास करवाया गया है कि कांग्रेस पार्टी के नेता कोरोना महामारी के इस संकट काल में भी गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी कर जनता के बीच हास्य का पात्र बन रहे हैं।

रणधीर शर्मा ने कहा भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कोविड वेक्सीन पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर और कांग्रेसी सरकारों के दोहरेपन पर कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया है।

भारत में बनी कोविड-19 वैक्सीनेशन के बारे में जनता में भ्रम पैदा करने के लिए अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के नेता भी जिम्मेदार है। 

जिस प्रकार से कांग्रेसी नेताओं ने वैक्सीनेशन के बारे में जनता को गुमराह करने की कोशिश की और कहा कि इसके प्रयोग पूरी तरह नहीं हुई है, यह भाजपा की वैक्सीन है, मोदी की वैक्सीन है इसके साइड इफेक्ट हो सकते हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण है।

इसके अतिरिक्त कई भाजपा शासित राज्यों ने भी सभी के लिए मुफ्त टीकों की घोषणा भी की है जिसमें हिमाचल भी एक है । कांग्रेस शासित राज्यों ने ऐसा नहीं किया है जिसके कारण जनता को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने बताया नड्डा ने अपने पत्र में सेंट्रल विस्टा पर जो आरोप कांग्रेस लगा रही है उसको लेकर स्पष्ट किया है कि यूपीए के समय भी नई संसद की आवश्यकता का मुद्दा उठाया गया था । 

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष, मीरा कुमार ने स्वयं एक नए संसद भवन की आवश्यकता को रेखांकित किया था। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री ने भी इस परियोजना के संबंध में बड़ी संख्या में अन्य प्रश्नों के तथ्यों सहित उत्तर दिए हैं। कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नए विधानसभा परिसर का निर्माण किया जा रहा है।
 
2020 में कोरोना महामारी के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महामारी के खिलाफ लड़ाई में गति लाने के लिए सरकार के सभी संसाधनों को साथ लेकर काम कर रहे हैं। आवश्यक क्षेत्रों में प्राथमिकता के साथ चिकित्सा क्षमताओं में वृद्धि की जा रही है। 

जरूरतमंदों के लिए पर्याप्त सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। कोरोना का मुकाबला करने के लिए सभी आवश्यक दवाएं और अन्य सामग्रियां पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित करने के प्रयास जारी हैं। 2020 में भारत सरकार ने 8 महीनों के लिए 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन बांटा था।