केंद्र सरकार के लिए कमाऊ पूत बना फास्टैग, टोल संग्रह से रिकार्ड 50855 करोड़ की कमाई
फास्टैग ने सरकार का खजाना भर दिया है। पिछले साल की तुलना में इस साल रिकार्डतोड़ कमाई हुई है। जानकारी के अनुसार देश में फास्टैग के माध्यम से टोल संग्रह में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और गत वर्ष दिसंबर तक टोल प्लाजा में फास्टैग से संग्रह 46 प्रतिशत बढ़ा
न्यूज़ एजेंसी - नई दिल्ली 24-01-2023
फास्टैग ने सरकार का खजाना भर दिया है। पिछले साल की तुलना में इस साल रिकार्डतोड़ कमाई हुई है। जानकारी के अनुसार देश में फास्टैग के माध्यम से टोल संग्रह में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और गत वर्ष दिसंबर तक टोल प्लाजा में फास्टैग से संग्रह 46 प्रतिशत बढ़ा है।
सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि 2022 में टोल प्लाजा पर फास्टैग के माध्यम से 50,855 करोड़ का संग्रह हुआ है, जो पहले साल की तुलना में 46 प्रतिशत अधिक है।
मंत्रालय के अनुसार दिसंबर तक राष्ट्रीय राजमार्गों पर शुल्क प्लाजा पर फास्टैग के माध्यम से औसत दैनिक टोल संग्रह 134.44 करोड़ रुपए था, जबकि दिसंबर में एक दिन का उच्चतम संग्रह 24 दिसंबर को 144.19 करोड़ रुपए रहा। टोल प्लाजा पर इसी तरह से फास्टैग के माध्यम से लेनदेन में बढ़ोतरी हुई है।
साल 2021 की तुलना में 2022 में इसमें 48 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। साल 2021 में फास्टैग से लेनदेन 219 करोड़ था जो 2022 में बढ कर 324 करोड़ रुपए पहुंचा। देश में अब तक 6.4 करोड़ फास्टैग जारी किए गए और फास्टैग से भुगतान में सक्षम प्लाजा की संख्या 2022 में बढक़र 1,181 रही।
इसमें 323 राज्य राजमार्ग शुल्क प्लाजा से हुआ संग्रह भी शामिल है जो वर्ष 2021 में 922 थी। मंत्रालय के अनुसार फास्टैग के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों पर शुल्क प्लाजा में प्रतीक्षा का समय बहुत घट गया है और लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता है। राजमार्ग उपयोगकर्ताओं द्वारा फास्टैग को अपनाने और इसके टोल प्लाजा पर इस्तेमाल में तेजी आई है।