किन्नौर में 1766 व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच व 526 व्यक्तियों को दिव्यांगता प्रमाण-पत्र जारी 

किन्नौर जिला में 15 से 20 मई, 2023 तक आयोजित किए गए विशेष चिकित्सा शिविर के समापन दिवस पर उपायुक्त किन्नौर तोरूल एस रवीश ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जिला के दिव्यांग व्यक्तियों को विशेष विकलांगता प्रमाण-पत्र प्रदान करने के उद्देश्य से जिला में छह दिवसीय विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान 1766 व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की गई

किन्नौर में 1766 व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच व 526 व्यक्तियों को दिव्यांगता प्रमाण-पत्र जारी 

यंगवार्ता न्यूज़ - रिकांगपिओ  21-05-2023

किन्नौर जिला में 15 से 20 मई, 2023 तक आयोजित किए गए विशेष चिकित्सा शिविर के समापन दिवस पर उपायुक्त किन्नौर तोरूल एस रवीश ने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जिला के दिव्यांग व्यक्तियों को विशेष विकलांगता प्रमाण-पत्र प्रदान करने के उद्देश्य से जिला में छह दिवसीय विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान 1766 व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की गई तथा 526 व्यक्तियों को दिव्यांगता प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। 
 
 
उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला में चार वर्षों के उपरांत इस प्रकार के विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसके तहत जिला के दिव्यांग व्यक्तियों को उनके घर-द्वार के निकट विकलांगता प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाए गए ताकि वह केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग किन्नौर द्वारा इस विशेष चिकित्सा शिविर का सही प्रकार से कार्यान्वयन सुनिश्चित बनाया गया तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जिला के दिव्यांगजनों को उनके घर-द्वार पर दिव्यांगता प्रमाण-पत्र जारी किए गए तथा उनकी पूर्ण चिकित्सकीय जांच सुनिश्चित की गई।
 

उन्होंने बताया कि जिला 15 व 16 मई, 2023 को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पूह में चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 250 लोगों की जांच व 28 लोगों को दिव्यांगता प्रमाण-पत्र जारी किया गया। इसी प्रकार 17 व 18 मई, 2023 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भावानगर में जिसमें 718 लोगों की जांच व 145 लोगों का दिव्यांगता प्रमाण-पत्र जारी किया गया तथा 19 व 20 को क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ में चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 798 लोगों की जांच व 353 लोगों का दिव्यांगता प्रमाण-पत्र जारी किया गया।