किन्नौर में फटा बादल, अफरा-तफरी में घरों को छोड़ सुरक्षित स्थानों की ओर भागे ग्रामीण 

जनजातीय जिला किन्नौर के पूह खंड की शलखर पंचायत में सोमवार शाम बादल फटने के बाद आठ नालों में बाढ़ आ गई। इससे पंचायत में अफरा-तफरी मच गई

किन्नौर में फटा बादल, अफरा-तफरी में घरों को छोड़ सुरक्षित स्थानों की ओर भागे ग्रामीण 

यंगवार्ता न्यूज़ - किन्नौर     18-07-2022

जनजातीय जिला किन्नौर के पूह खंड की शलखर पंचायत में सोमवार शाम बादल फटने के बाद आठ नालों में बाढ़ आ गई। इससे पंचायत में अफरा-तफरी मच गई है। बाढ़ के कारण कई वाहन मलबे में दब गए है तो वहीं घरों में मलबा और पानी भर गया है। 

आवाजाही के रास्ते बंद होने की वजह से क्षेत्र के लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचने में भी असमर्थ हैं। इसको देखते हुए ग्रामीणों ने आपदा प्रबंधन, जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से बचाव कार्य शुरू करने की गुहार लगाई है। 

स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक क्षेत्र में दोपहर से ही भारी बारिश हो रही है। इसी दौरान शाम करीब 6:00 बजे अचानक क्षेत्र के ऊपरी हिस्से में बादल फट गया। इससे गोतांग क्षेत्र से निकलने वाले पकते नाला, ढूनाला, देनानाला, बस स्टैंड नाला, शारंग नाला, मूर्तिक्यू नाला, गीप और गौतांग नाले में बाढ़ आ गई। इससे शलखर गांव में चारों तरफ पानी घुस गया। मलबा और पानी लोगों के घरों में घुस गया।

क्षेत्र में देर रात तक भारी बारिश हो रही है, जिससे क्षेत्र के लोग बुरी तरह से सहमे हुए हैं। ग्रामीण सुरक्षित रहने के लिए दूसरे गांव में जाने की कोशिश भी कर रहे हैं लेकिन बाढ़ और मलबे के कारण यहां से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।

पंचायत प्रधान शलखर सुमन लता नेगी और बीडीसी सदस्य राम गोपाल नेगी महिला मंडल अध्यक्ष डोलमा नेगी, अशोक नेगी, गंगा राम नेगी और टाशी यंगपाल ने प्रदेश सरकार और  जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने बताया कि लगातार हो रही भारी बारिश से अनहोनी का डर बना हुआ है। वह मदद के लिए आईटीबीपी और आपदा प्रबंधन से भी संपर्क कर रहे हैं। 

जिला किन्नौर के कड़छम बांध से सोमवार को 5:30 बजे रेडियल गेट और फ्लशिंग गेट से 83 क्यूमेक्स खोलकर 50 क्यूमेक्स पानी छोड़ा किया। बीते दिन भी 100 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया था। उधर, बरसात शुरू होने के बाद पिछले एक महीने से बांध का पानी छोड़ा जा रहा है। इससे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है।

यह जानकारी सुरक्षा प्रमुख एवं बांध अधिकारी नितिन गुप्ता ने दी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे सतलुज नदी के पास न जाएं और दूसरों को भी इसकी सूचना दें।